जानिए- अमेरिका को किया गया ताइवान का एक थैंक्स चीन को कैसे भड़काने में होगा सहायक
अमेरिका के ताइवान को हथियारों की डील मंजूर करने के बाद ताइवान ने थैंक्स कहा है। लेकिन यही थैंक्स चीन को और अधिक भड़का सकता है। पहले से ही चीन के साथ अमेरिका और ताइवान के संबंध काफी खराब हैं।
ताइपे (एएनआई)। ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच पहले से ही तनाव बरकरार है। अब जबकि अमेरिका ने ताइवान को हथियार बेचने पर अपनी अंतिम मुहर लगा दी है तो उसका गुस्सा और भड़कना तय है। ताइवान ने इस डील को लेकर अमेरिका को न सिर्फ धन्यवाद कहा है बल्कि ये भी कहा है कि ये क्षेत्र में शांति और स्थिरता को भी बनाए रखने में सहायक साबित होगी। आपको बता दें कि चीन को इतना भी नहीं पसंद है कि ताइवान से कोई दूसरा देश सीधेतौर पर संबंध भी रखे। इसको लेकर भी चीन कई बार आगाह कर चुका है।
आपको बता दें कि चीन ताइवान पर अपना अधिकार बताता है। हालांकि, ताइवान खुद को एक स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर दिखाता है और चीन से उसका छत्तीस का आंकड़ा है। यही वजह है कि इन दोनों के बीच लगातार तीखी बयानबाजी चलती रहती है। कुछ समय पहले ही चीन के राष्ट्रपति ने ताइवान का जिक्र करते हुए आगाह किया था कि यदि वो अपनी कारगुजारियों से बाज नहीं आया तो वो युद्ध के जरिए उसे अपने में शामिल करने से भी पीछे नहीं हटेगा।
चीन से चल रही तनातनी की वजह से ही अमेरिका और ताइवान एक दूसरे के इतना करीब आए हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि बाइडन प्रशासन ने पहली बार ताइवान को हथियार बेचने पर मुहर लगाई है। अमेरिका हमेशा से ही ताइवान की डिफेंस कैपेबिलिटी के लिए काफी खास रहा है। हाल के कुछ वर्षों अमेरिका की ताइवान को हथियार बेचने की नीति सामान्य तरीके से आगे बढ़ी है।
ताइवान ने ये भी कहा है कि वो देश की रक्षा को और अधिक मजबूत करना चाहता है जिससे उनके जान और माल की रक्षा की जा सके। गौरतलब है कि अमेरिका ने ताइवान को 750 मिलियन यूएस डॉलर के हथियार सौदे को मंजूर किया है। इस डील में 40 सेल्फ प्रोपेल्ड होवित्जर आर्टिलरी सिस्टम भी शामिल है।
ताइवान स्ट्रेट को लेकर उन्होंने कहा कि इसकी सुरक्षा में अमेरिका की भागीदार बेहद खास रही है। आपको बता दें कि ताइवान स्ट्रेट से कई बार अमेरिकी जंगी जहाज के निकलने पर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई है। वहीं ताइवान के एयर डिफेंस जोन में कई बार चीन के लड़ाकू विमानों और बमवर्षक विमानों को ताइवान एयर फोर्स ने खदेड़ा है।