श्रीलंका की सुप्रीम कोर्ट ने ईस्टर धमाके की सुनवाई को तीन सदस्यीय बेंच बनाई
कोलंबो हाईकोर्ट के जज दामित टोटावटे तीन सदस्यीय खंडपीठ की अध्यक्षता करेंगे। इस पीठ में दो अन्य जज अमल राणाराज और नवरत्ने मारासिंघे होंगे। अटर्नी जनरल संजय राजारत्नम ने मुख्य न्यायाधीश जयंत जयसूर्या से एक अलग बेंच बनाने की अपील की थी।
कोलंबो, प्रेट्र। श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट ने 2019 के ईस्टर आत्मघाती बम धमाके के मामले में तीन सदस्यीय खंडपीठ के गठन की घोषणा की है। इस बम धमाके में 11 भारतीयों समेत 270 लोग मारे गए थे।
श्रीलंका की पुलिस ने बताया कि पिछले महीने इस मामले में 35 लोगों के खिलाफ 23,270 मामले दर्ज किए गए हैं। इन पर आतंकवाद रोधी अधिनियम, हत्या की साजिश, घेरकर मारने, हथियार जमा करने और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज किए गए हैं। कोलंबो हाईकोर्ट के जज दामित टोटावटे तीन सदस्यीय खंडपीठ की अध्यक्षता करेंगे। इस पीठ में दो अन्य जज अमल राणाराज और नवरत्ने मारासिंघे होंगे। अटर्नी जनरल संजय राजारत्नम ने मुख्य न्यायाधीश जयंत जयसूर्या से एक अलग बेंच बनाने की अपील की थी।
उल्लेखनीय है कि नौ आत्मघाती मानव बमों ने आतंकी संगठन आइएस से जुड़े स्थानीय इस्लामिक संगठन नेशनल तवाहीद जमात (एनटीजे) के साथ मिलकर यह बम विस्फोट किए थे। ईस्टर के मौके पर तीन गिरिजाघरों में हुए इन बम विस्फोटों में बड़ी तादाद में जानमाल की हानि हुई थी। श्रीलंका के कई होटलों को भी निशाना बनाया गया था। बौद्ध बहुलता वाले देश में इस दशक का यह सबसे बड़ा हमला था। इससे पहले इस्लामिक के बजाय तमिल संगठन लिट्टे और सिंघलियों के बीच गृह युद्ध की स्थिति थी।
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