अफगानिस्तान में दो आतंकी हमलों में छह पुलिसकर्मियों की मौत, तालिबान ने ली जिम्‍मेदारी

दोनों हमलों की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। अफगान रक्षा मंत्रालय के अनुसार एक दिन पहले नांगरहार प्रांत में सेना के एक चेक प्वाइंट पर तालिबान ने हमला किया था।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 08:10 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 08:10 PM (IST)
अफगानिस्तान में दो आतंकी हमलों में छह पुलिसकर्मियों की मौत, तालिबान ने ली जिम्‍मेदारी
अफगानिस्तान में दो आतंकी हमलों में छह पुलिसकर्मियों की मौत, तालिबान ने ली जिम्‍मेदारी

काबुल, एजेंसियां। अफगानिस्तान में बुधवार को दो अलग-अलग जगहों पर तालिबान आतंकियों के हमलों में छह पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। पहला हमला कंधार प्रांत के शाह वली कोट जिले के पुलिस मुख्यालय पर एक आत्मघाती आतंकी ने अंजाम दिया। खास बात यह है कि यह हमला तब किया गया जब शांति प्रक्रिया की दूसरे चरण की अहम वार्ता के लिए अमेरिका और अफगान सरकार तैयारी में जुटी है। ऐसे में यह हमला शांति प्रक्रिया में बाधा उत्‍पन्‍न कर सकता है। हालांकि, अभी तक इस हमले में अमेरिकी प्रतिक्रिया नहीं आई है। 

प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार तड़के विस्फोटकों से भरे एक ट्रक को लेकर आत्मघाती हमलावर पुलिस मुख्यालय की ओर तेजी से आया। सुरक्षाकर्मियों ने हालांकि उसे मार गिराया, लेकिन ट्रक में हुए तेज धमाके की चपेट में आकर तीन पुलिसकर्मी मारे गए। इस हमले में 14 लोग घायल भी हुए हैं। एक अन्य आतंकी वारदात में गजनी प्रांत में सड़क किनारे रखे बम में विस्फोट से दायक जिले के पुलिस कप्तान हबीबुल्ला और उनके दोनों अंगरक्षकों की मौत हो गई। दोनों हमलों की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। अफगान रक्षा मंत्रालय के अनुसार, एक दिन पहले नांगरहार प्रांत में सेना के एक चेक प्वाइंट पर तालिबान ने हमला किया था। इसमें तालिबान के 20 आतंकी मारे गए थे। 

करीब 18 साल की लड़ाई के बाद फरवरी में अमेरिका और तालिबान ने 14 महीनों के भीतर अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी के लिए शनिवार को दोहा में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किया था। अमेरिका और तालिबान ने दोहा में समझौते पर हस्ताक्षर किए थे,  जिसके मुताबिक अमेरिका अगले 130 दिनों में अफगानिस्तान में अपने सैनिकों की संख्या 13,000 से घटाकर 8,600 करेगा और 14 महीनों में अपने सभी सैनिकों की वापस बुलाए दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए थे। घोषित अमेरिका-अफगानिस्तान संयुक्त घोषणापत्र और अफगानिस्तान में शांति वापस लाने के लिए किया गया समझौता अफगान शांति प्रक्रिया के लिए मील का पत्थर साबित होगा। दोनों नेता इस बात पर भी सहमत हुए कि वे शांति प्रक्रिया के अगले चरण में प्रवेश करने के मद्देनजर एक दूसरे के संपर्क में रहेंगे। 

chat bot
आपका साथी