नेपाल में कोरोना संकट के भारत जैसे बन रहे हालात, आक्सीजन की कमी से जा रही मरीजों की जान

नेपाल के रुपंदेही जिले के तीन अस्पतालों में आक्सीजन की कमी से कुल 16 मरीजों की जान चली गई। जिले के ज्यादातर अस्पताल मंगलवार से आक्सीजन आपूर्ति की कमी से जूझ रहे हैं। राजधानी काठमांडू में भी यही स्थिति है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 05:00 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 05:00 PM (IST)
नेपाल में कोरोना संकट के भारत जैसे बन रहे हालात, आक्सीजन की कमी से जा रही मरीजों की जान
नेपाल में कोरोना संकट के भारत जैसे बन रहे हालात, आक्सीजन की कमी से जा रही मरीजों की जान

काठमांडू, एजेंसियां। नेपाल में कोरोना संकट के उसी तरह के हालात बनते जा रहे हैं, जिस तरह भारत में आक्सीजन की कमी के कारण कई मरीजों की जान चली गई। कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आए इस हिमालयी देश में मेडिकल आक्सीजन आपूर्ति की कमी हो गई है। इसी का नतीजा है कि अस्पतालों में आक्सीजन किल्लत के चलते कोरोना पीडि़त 16 मरीजों की मौत हो गई। इस देश में तेजी से संक्रमित बढ़ रहे हैं। अब तक कुल चार लाख 13 हजार 111 संक्रमित पाए गए हैं और 4,084 पीडि़तों की जान गई है।

काठमांडू पोस्ट अखबार की खबर के अनुसार, नेपाल के रुपंदेही जिले के तीन अस्पतालों में आक्सीजन की कमी से कुल 16 मरीजों की जान चली गई। जिले के ज्यादातर अस्पताल मंगलवार से आक्सीजन आपूर्ति की कमी से जूझ रहे हैं। राजधानी काठमांडू में भी यही स्थिति है। यहां के करीब दर्जनभर अस्पतालों ने आक्सीजन की कमी को देखते हुए नए कोरोना मरीजों को भर्ती करने से इन्कार कर दिया है। इस बीच, सरकार ने निजी अस्पतालों से कहा कि वे अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए 15 दिन में खुद का आक्सीजन प्लांट लगाएं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 100 से अधिक बिस्तर वाले सभी निजी अस्पतालों की यह जिम्मेदारी है। जबकि सरकार का अनुमान है कि मौजूदा आक्सीजन मांग को पूरा करने के लिए करीब 15 हजार सिलेंडरों की जरूरत है, लेकिन इस समय देश में महज करीब आठ हजार सिलेंडर हैं।

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