रिसर्च में आया सामने हृदय रोगियों के लिए घातक हो सकता है कोरोना संक्रमण
वैज्ञानिकों के अनुसार सामान्य लोगों की तुलना में पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए कोरोना वायरस (कोविड-19) ज्यादा घातक साबित हो रहा है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। कोरोना संक्रमण को लेकर देश दुनिया के वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं। रिसर्च कर रहे वैज्ञानिक इस बारे में आए दिन नई-नई चीजें बता रहे हैं। अभी तक यही कहा जा रहा था कि कोरोना बुजुर्गों के लिए अधिक खतरनाक है। मगर अब एक नई बात और सामने आई है। इसके तहत जो व्यक्ति पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है कोरोना वायरस उसके लिए और भी अधिक खतरनाक है।
वैज्ञानिकों के अनुसार सामान्य लोगों की तुलना में पहले से ही किसी बीमारी से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए कोरोना वायरस (कोविड-19) ज्यादा घातक साबित हो रहा है। अब बड़े पैमाने पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए कोरोना संक्रमण खतरनाक हो सकता है। इस वायरस की चपेट में आने पर ऐसे लोगों में मौत का खतरा अधिक हो सकता है।
पीएलओएस वन पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, ये निष्कर्ष कोरोना रोगियों के इलाज में जुटे चिकित्सकों के लिए अहम हो सकते हैं। इससे उन्हें कोरोना से पीडि़त हृदय रोगियों के उपचार के दौरान खतरे वाले कारकों को समझने में मदद मिल सकती है। इटली की मैग्ना ग्रेशिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि कोरोना की चपेट में आकर ज्यादातर लोग मामूली रूप से बीमार पड़ते हैं। हालांकि कुछ लोगों में गंभीर समस्या खड़ी हो जाती है, जिससे उनकी मौत जाती है।
यह निष्कर्ष पूर्व में किए गए 21 अध्ययनों के विश्लेषण के आधार पर निकाला गया है। ये अध्ययन एशिया, यूरोप और अमेरिका के अस्पतालों में भर्ती किए गए 77 हजार 317 कोरोना रोगियों पर किए गए थे। इनमें से 12.89 फीसद मरीज पहले से हृदय समस्याओं से पीडि़त पाए गए थे। 36.06 फीसद उच्च रक्तचाप और 19.45 फीसद डायबिटीज के मरीज थे। अध्ययन में कई कोरोना रोगियों में हृदय समस्याओं के चलते जटिलता काफी बढ़ी पाई गई। शोधकर्ताओं का कहना है कि हृदय संबंधी समस्याओं के कारण कोरोना संक्रमण घातक हो सकता है।