राजनाथ-कीट के बीच भारत-सिंगापुर के संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर बनी सहमति

भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर निशाना साधा। सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अपने नाम के मुताबिक काम ना कर नापाक काम कर रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 11:10 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 11:10 PM (IST)
राजनाथ-कीट के बीच भारत-सिंगापुर के संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर बनी सहमति
राजनाथ-कीट के बीच भारत-सिंगापुर के संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर बनी सहमति

सिंगापुर, प्रेट्र। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंग स्वी कीट के साथ रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। दो दिन की सिंगापुर यात्रा पर राजनाथ सिंह सोमवार की रात यहां पहुंचे थे।

संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर बनी सहमति

अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री ने दोनों देशों की सशस्त्र बलों के मजबूत होते संबंधों पर संतोष जताया। दोनों नेताओं के बीच आपसी संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने पर भी सहमति बनी।

राजनाथ ने सिंगापुर को भारत के रुख से कराया अवगत

बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री को दक्षिण चीन सागर और भारत प्रशांत क्षेत्र पर अपने देश के रुख से भी अवगत कराया। राजनाथ सिंह ने दोनों ही क्षेत्रों में समुद्री रास्ते से मालवाहक जहाजों के बेरोक-टोक संचालन पर जोर दिया।

राजनाथ ने महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस को दी श्रद्धांजलि

इससे पहले, रक्षा मंत्री सिंगापुर के एयर फोर्स स्टेशन भी गए और सुपर पुमा हेलीकॉप्टर में शॉर्टी की। वह सिंगापुर के युद्धपोत आरएसएस स्टालवार्ट पर भी गए। उन्होंने महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और इंडियन नेशनल आर्मी (आइएनए) के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी। आइएनए के जवान रहे ईश्वर लाल सिंह के साथ ही यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वहां गए एनसीसी के 20 कैडेट से भी मुलाकात की।

राजनाथ ने सिंगापुर से साधा पाकिस्तान पर निशाना

वहीं, भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर निशाना साधा। सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अपने नाम के मुताबिक काम ना कर नापाक काम कर रहा है।

अनुच्छेद 370 को खत्म करने के भारत सरकार के फैसले को सही बताया

उन्होंने अनुच्छेद 370 को खत्म करने के भारत सरकार के फैसले को भी सही बताया और कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण था कि आजादी के इतने साल बाद भी एक राज्य (जम्मू-कश्मीर) का देश के साथ पूर्ण विलय नहीं हुआ था। 

chat bot
आपका साथी