गणतंत्र दिवस पर नेपाल ने भारत को दी बधाई, वैक्सीन देने पर जताया आभार, जानें और क्या बोले PM ओली

भारत को गणतंत्र दिवस पर कई क्षेत्रों में निरंतर विकास के लिए बधाई दी है। साथ ही कोरोना काल में भारत द्वारा नेपाल को 10 लाख कोरोना वैक्सीन (कोविडशील्ड) देने के शुक्रिया कहा है। जानें प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और क्या कहा।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 12:03 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 12:03 PM (IST)
गणतंत्र दिवस पर नेपाल ने भारत को दी बधाई, वैक्सीन देने पर जताया आभार, जानें और क्या बोले PM ओली
गणतंत्र दिवस पर नेपाल ने भारत को दी बधाई, वैक्सीन देने पर जताया आभार, जानें और क्या बोले PM ओली

काठमांडू, एएनआइ। पड़ोसी देश नेपाल ने भारत को गणतंत्र दिवस पर कई क्षेत्रों में निरंतर विकास के लिए बधाई दी है। साथ ही कोरोना काल में भारत द्वारा नेपाल को 10 लाख कोरोना वैक्सीन (कोविडशील्ड) देने के शुक्रिया कहा है। बता दें कि भारत आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।  कोरोना के चलते इस बार भारत के गणतंत्र दिवस में कई बदलाव किए हैं।

नेपाल विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा कि भारत के गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत के लोगों की निरंतर शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, चिकित्सा और आर्थिक विकास के विभिन्न क्षेत्रों में भारत की शानदार प्रगति की तारीफ की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ओली ने भारत द्वारा नेपाल को एक लाख कोरोना वैक्सीन (COVISHIELD) प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया है। 

वहीं ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मानवता को कोरोना महामारी से मुक्त कराने के लिए दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं। भारत के 72वें गणतंत्र दिवस पर बोरिस जॉनसन को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अपनी यात्रा रद कर दी थी।

ब्रिटिश पीएम ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि यह एक 'असाधारण संविधान' के लागू होने का उत्सव है जिसने भारत को विश्व में सबसे बड़े संप्रभु लोकतंत्र के तौर पर स्थापित किया। बोरिस जॉनसन ने आने वाले महीनों में भारत दौरे पर आने की बात भी दोहराई।

उन्होंने कहा, 'मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विनम्र आग्रह पर इस खास अवसर का साक्षी बनने को उत्साहित था, लेकिन कोरोना के कारण उत्पन्न समस्याओं के चलते मुझे लंदन में ही रुकना पड़ा। उन्होंने कहा, 'दोनों देश मिलकर टीका विकसित करने, उसे बनाने और वितरित करने के लिए काम कर रहे हैं, जो मानवता को वैश्विक महामरी से मुक्त करने में मदद करेगा।

ब्रिटेन, भारत और कई अन्य राष्ट्रों के संयुक्त प्रयासों की बदौलत हम कोरोना के खिलाफ जीत दर्ज करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। मैं इस वर्ष भारत आने के लिए उत्सुक हूं, ताकि हमारी दोस्ती और मजबूत हो सके और रिश्ते और आगे बढ़ सकें, जिसका संकल्प प्रधानमंत्री मोदी और मैंने लिया है। ब्रिटेन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'विश्वभर में यह वायरस लोगों को दूर रहने पर मजबूर कर रहा है, जिसमें ब्रिटेन और भारत में रहने वाले परिवार और दोस्त भी शामिल हैं, जो प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक हमारे बीच के 'जीवंत पुल' हैं। उन्होंने कहा, 'मैं भारत और ब्रिटेन में सभी लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता हूं।'

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