ताइवान के रक्षा क्षेत्र में दो दिनों में करीब 60 चीनी युद्धक विमान घुसे, अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा ड्रैगन

Chinese Warplanes Enter in Taiwan ताइवान ने शनिवार को कहा कि पिछले दो दिनों में कम से कम 58 चीनी युद्धक विमानों ने अपने हवाई पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश किया जिनमें से 20 ने अकेले शनिवार को उड़ान भरी है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 03:25 PM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 03:42 PM (IST)
ताइवान के रक्षा क्षेत्र में दो दिनों में करीब 60 चीनी युद्धक विमान घुसे, अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा ड्रैगन
लड़ाकू जेट और बाम्बर्स जैसै युद्धक विमान थे शामिल

ताइपे, एएनआइ। चालबाज चीन अपनी धमक ताइवान पर लगातार बढ़ाता ही जा रहा है। ताइवान ने शनिवार को कहा कि पिछले दो दिनों में कम से कम 58 चीनी युद्धक विमानों ने अपने हवाई पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश किया, जिनमें से 20 ने अकेले शनिवार को उड़ान भरी है। क्योडो न्यूज ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि लड़ाकू जेट और बाम्बर्स (बमवर्षक) जैसे कुल 38 चीनी सैन्य विमानों ने शुक्रवार को क्षेत्र में प्रवेश किया था।

इसे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा सबसे बड़ी घुसपैठ कहा जाता है क्योंकि ताइपे ने पिछले साल इस तरह की गतिविधियों की सार्वजनिक रूप से रिपोर्ट करना शुरू किया था।

ताइवान के विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि1 अक्टूबर एक अच्छा दिन नहीं था। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) ने ताइवान के अपने हवाई पहचान क्षेत्र (ADIZ) में 38 युद्धक विमानों को उड़ाया है। चीन द्वारा ताइवान के हवाई क्षेत्र में की गई घुसपैठी विमानों की यह सबसे बड़ी संख्या है।

मंत्रालय ने एक बयान में यह भी कहा कि इससे पहले शुक्रवार को पच्चीस पीएलए युद्धक विमानों ने दिन के उजाले के दौरान एडीआईजेड के दक्षिण-पश्चिमी कोने में प्रवेश किया और अन्य 13 विमानों ने द्वीप के दक्षिण-पश्चिम एडीआईजेड में प्रवेश किया था।  

घुसपैठ तब हुई जब बीजिंग ताइवान पर पूर्ण संप्रभुता का दावा करता है। मुख्य भूमि चीन के दक्षिणपूर्वी तट पर स्थित लगभग दो करोड़ चालीस लाख (24 मिलियन) लोगों वाला लोकतांत्रिक देश है। इस तथ्य के बावजूद कि दोनों पक्ष सात दशकों से अधिक समय से अलग-अलग शासित हैं।

दूसरी ओर ताइपे ने अमेरिका के साथ रणनीतिक संबंधों को बढ़ाकर चीनी आक्रामकता का मुकाबला किया है, जिसका बीजिंग द्वारा बार-बार विरोध किया गया है। चीन ने धमकी दी है कि 'ताइवान की आजादी' का मतलब युद्ध है।

बता दें कि 1 जून को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्व-शासित ताइवान के साथ पूर्ण एकीकरण का संकल्प लिया था और द्वीप के लिए औपचारिक स्वतंत्रता के किसी भी प्रयास को विफल करने की कसम खाई है।

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