तुर्की में म्यूजियम को मस्जिद में बदलने पर मुहर, एर्दोगन ने किया नमाज के लिए खोलने का एलान

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने तुर्की से इस इमारत को म्यूजियम के रूप में बनाए रखने का अनुरोध किया था।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 10:39 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 10:44 PM (IST)
तुर्की में म्यूजियम को मस्जिद में बदलने पर मुहर, एर्दोगन ने किया नमाज के लिए खोलने का एलान
तुर्की में म्यूजियम को मस्जिद में बदलने पर मुहर, एर्दोगन ने किया नमाज के लिए खोलने का एलान

पेरिस, रायटर। राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के नेतृत्व में तुर्की का कट्टरपंथ की ओर बढ़ना जारी है। अब वहां की एक अदालत ने भी वर्ष 1934 में तत्कालीन सरकार द्वारा हागिया सोफिया को संग्रहालय में बदलने के निर्णय को गैरकानूनी करार दिया है। इस फैसले के साथ ही लगभग एक हजार साल तक चर्च रहे इस इमारत को मस्जिद में बदलने का रास्ता साफ हो गया है। अदालत के फैसले के घंटेभर बाद राष्ट्रपति एर्दोगन ने हागिया सोफिया को मस्जिद के रूप में नमाज के लिए खोलने का एलान कर दिया। उल्लेखनीय है कि अपने 17 साल के शासन में एर्दोगन ने इस्लाम को तुर्की की राजनीति के मुख्यधारा में लाने का काम किया है।

उधर, संयुक्त राष्ट्र के सांस्कृतिक निकाय यूनेस्को ने कहा है कि छठी शताब्दी के सोफिया संग्रहालय में किसी भी तरह के बदलाव से पहले तुर्की द्वारा उसे सूचित किया जाना चाहिए था। हागिया सोफिया एक संग्रहालय के तौर पर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में है। चूंकि यह यूनेस्को की सूची में है, इसलिए इसमें किसी भी तरह के बदलाव से पहले यूनेस्को को सूचित करना आवश्यक होता है।

विरासत स्थल का दर्जा बदलने पर चिंता

इस बीच, अमेरिका और चर्च के नेताओं ने विश्व विरासत स्थल का दर्जा बदलने पर चिंता जताई है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने तुर्की से इस इमारत को म्यूजियम के रूप में बनाए रखने का अनुरोध किया था। ग्रीस के संस्कृति मंत्रालय ने अदालत के फैसले को खुलेआम उकसाने वाली घटना करार दिया है। रूसी आर्थोडॉक्स चर्च ने कहा कि यह शर्म की बात है कि तुर्की की अदालत ने उसकी चिंताओं पर ध्यान नहीं दिया। उसने कहा कि अदालत के इस फैसले से विभाजन और बढ़ेगा।

एक हजार साल तक दुनिया के प्रमुख चर्चो में शामिल था

हागिया सोफिया इमारत का निर्माण वर्ष 537 में हुआ था। उस समय यह चर्च था। हागिया सोफिया इमारत के निर्माण के बाद तकरीबन एक हजार साल तक यह दुनिया के प्रमुख चर्चो में से एक था। 15वीं शताब्दी में उस्मान बिजान्तिनों ने इस्तांबुल पर आक्रमण कर अपना अधिकार जमा लिया। इसके बाद इस चर्च को मस्जिद में तब्दील कर दिया गया। जब आधुनिक तुर्की के निर्माता मुस्तफा कमाल अतातुर्क ने ऑटोमन साम्राज्य का तख्तापलट किया तो उन्होंने इस इमारत को संग्रहालय घोषित कर दिया।

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