जर्मनी में कोरोना विस्फोट होने की आशंका, ‘प्रति सप्ताह संक्रमण के मामलों में 60 फीसदी की बढ़ोतरी’
जर्मनी को कोरोना विस्फोट की आशंका सताने लगी है। चांसलर एंजेला मर्केल के चीफ ऑफ स्टाफ ने अपने एक बयान में चिंता जाहिर करते हुए कहा की उन्हें डर है कि आने वाले दो महीनों में यहां दैनिक संक्रमण का आंकड़ा एक लाख के ऊपर पहुंच सकता है।
बर्लिन, रॉयटर्स: बाढ़ की मार से पीड़ित जर्मनी को अब कोरोना विस्फोट की आशंका सताने लगी है। चांसलर एंजेला मर्केल के चीफ ऑफ स्टाफ ने अपने एक बयान में चिंता जाहिर करते हुए कहा की, उन्हें डर है कि आने वाले दो महीनों में यहां दैनिक संक्रमण का आंकड़ा एक लाख के ऊपर पहुंच सकता है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा की, इससे बचने का सिर्फ एक ही उपाय है की, ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जाए। वहीं, जो लोग टीकाकरण कराने से इनकार कर रहे हैं, उन्हें प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा।
यूरोप में पिछले दो महीनों के दौरान कोरोना संक्रमण के मामलों गिरावट के बाद, डेल्टा वेरिएंट के कारण संक्रमण के मामलों में फिर बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। मर्केल के चीफ ऑफ स्टाफ, हेल्ज ब्राउन ने इंटरव्यू के दौरान बताया की, संक्रमण के मामलों में प्रति सप्ताह 60फीसदी की बढ़त हो रही है। हालांकि अबतक देश की आधी आबादी का टीकाकरण पूरा हो चुका है। साथ ही उन्होंने कहा की, अगर देश में डेल्टा वेरिएंट संक्रमण इसी तरह से फैलता रहा और हमने इससे बचाव नहीं किया। तो 9हफ्तों के अंदर ही एक लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले हमारे सामने होंगे। इस दौरान उन्होंने देश के लोगों से बढ़चढ़ कर टीकाकरण कराने का आग्रह किया है।
वहीं, टीकाकरण से इनकार करने वाले लोगों पर अपना पक्ष साफ करते हुए उन्होंने कहा की, ऐसे लोगों पर कई तरह के प्रतिबंध लागू होंगे। जैसे की रेस्तरां, सिनेमा और स्टेडियम में जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें आने की अनुमति नहीं होगी। क्योंकि, उनसे संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना रहता है। जानकारी के मुताबिक, जर्मनी के 8.3 करोड़ लोगों में से लगभग 60फीसदी को कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज मिला चुका है और लगभग 48फीसदी का पूरी तरह से टीकाकरण हो चुका है। चांसलर मैर्केल ने बहुत पहले ही साफ कर दिया था की, देश में किसी तरह का कोई अनिवार्य टीकाकरण नहीं होगा।