लेबनान- सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच सूचना और पर्यावरण मंत्री ने दिया इस्तीफा, कई और लाइन में
लोगों के बढ़ते गुस्से और विरोध को देखते हुए सरकार से दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें सूचना मंत्री मनल अब्दल समद और पर्यावरण मंत्री दामियनोस कत्तर शामिल है।
नई दिल्ली, एएफपी। बेरूत में अमोनियम नाइट्रेट की वजह से हुए धमाके के बाद लेबनान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। बीते तीन दिनों से जनता सड़कों पर उतरकर जबरदस्त तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रही है। लोगों के बढ़ते गुस्से और विरोध को देखते हुए सरकार से दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें सूचना मंत्री मनल अब्दल समद और पर्यावरण मंत्री दामियनोस कत्तर शामिल है।
बेरूत में लगातार प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प जारी है। मंगलवार को हुए शक्तिशाली धमाके के बाद मलबे में दबे लोगों के जिंदा निकलने की जब उम्मीद कम हो गई तो सरकार के दो मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सूचना मंत्री मनल अब्दल समद और पर्यावरण मंत्री दामियनोस कत्तर दोनों ने ही रविवार को अपने इस्तीफे की घोषणा की, जिसे प्रधानमंत्री हसन दियाब के लिए एक झटके के तौर पर माना जा रहा है। कत्तर ने इस धमाके को "भारी तबाही" बताया।
इस बीच कई और सांसदों ने भी इस्तीफा दे दिया है और स्थानीय मीडिया का कहना है कि दियाब भी इस्तीफा देने की घोषणा कर सकते हैं। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने कुछ समय के लिए मंत्रालयों में घुसकर तोड़फोड़ की। लेबनान सरकार की नाकामी के विरोध में प्रदर्शनकारी रविवार को भी सड़कों पर उतर आए थे। शहीद चौराहे के पास सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। शहीद चौराहे से ही कुछ दूरी पर वह बंदरगाह है जहां धमाका हुआ था। अब तक 158 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब छह हजार लोग घायल हो गए।
रविवार देर शाम तक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इससे पहले भीड़ ने संसद की ओर जाने वाले रास्ते पर तैनात पुलिस पर पथराव किया और आगजनी की। कुछ प्रदर्शनकारियों ने हेलमेट और गैस से बचने के लिए मास्क लगाए थे तो कुछ लोगों ने आंसू गैस से बचने के लिए शील्ड का इस्तेमाल किया। पुलिस की ओर से दागे गए आंसू गैस के गोलों को कुछ प्रदर्शनकारियों ने वापस पुलिस की ओर उछाल दिया।