Nepal Politics : ओली और प्रचंड की बैठक एक दिन के लिए टली, जानिए- क्‍या है वजह

पिछले चार हफ्ते से ओली और एनसीपी के बाकी वरिष्ठ नेताओं के बीच तनातनी चल रही है। प्रचंड समेत इन सभी नेताओं ने ओली से इस्तीफे की मांग की है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 12:09 AM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 12:09 AM (IST)
Nepal Politics : ओली और प्रचंड की बैठक एक दिन के लिए टली,  जानिए- क्‍या है वजह
Nepal Politics : ओली और प्रचंड की बैठक एक दिन के लिए टली, जानिए- क्‍या है वजह

काठमांडु, प्रेट्र। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और सत्तारूढ़ दल के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' के साथ होने वाली अनौपचारिक बैठक एक दिन के लिए टल गई है। सूत्रों का कहना है कि नेपाल कम्यूनिस्ट पार्टी (एनसीपी) में जारी संकट के समाधान के लिए पहले यह दोनों नेता बुधवार की शाम को मिलने वाले थे, लेकिन फिर यह बैठक गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

प्रचंड के नजदीकी सूत्र के मुताबिक, यह बैठक प्रधानमंत्री की अपील पर टाली गई है। दोनों नेताओं ने आपसी राजनीतिक मतभेदों को भुलाने के लिए अब तक कई नाकामयाब प्रयास किए हैं। दोनों के बीच सत्ता की साझेदारी पर समझौते के लिए रविवार और सोमवार को हुई मैराथन बैठक भी बेनतीजा रही थी। हाल के हफ्तों में ओली और प्रचंड के बीच कम से कम दस बैठकें हो चुकी हैं। लेकिन प्रधानमंत्री ओली को एक व्यक्ति-एक पद की शर्त मंजूर नहीं थी। इसलिए बातचीत विफल हो गई।

ओली ने अपनी प्रधानमंत्री के पद को छोड़ने के साथ ही एनसीपी का अध्यक्ष पद छोड़ने से भी इन्कार कर दिया है। दरअसल, पिछले चार हफ्ते से ओली और एनसीपी के बाकी वरिष्ठ नेताओं के बीच तनातनी चल रही है। प्रचंड समेत इन सभी नेताओं ने ओली से इस्तीफे की मांग की है। इन नेताओं का कहना है कि ओली का भारत विरोधी रवैया ना तो राजनीतिक तरीके से सही है और ना ही कूटनीतिक रूप से उचित है।

नेपाल में भी दिखा राममंदिर के शिलान्यास पर उत्साह

उत्‍तर प्रदेश के अयोध्या में राममंदिर के शिलान्यास का उत्साह बुधवार को नेपाल के सीमावर्ती नगर व कस्बों में भी दिखा। पूरे समय तक लोग टीवी के सामने चिपके रहे। मंदिरों में पूजा-पाठ करने के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। शाम को घरों में दीप जलाए गए। इसके साथ ही सीमावर्ती कस्बा कृष्णानगर में राम-राम, सीता-राम, जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे

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