जमात-ए-इस्लामी नेता ने कबूली बांग्लादेश में सांप्रदायिक हमलों में शामिल होने की बात
13 अक्टूबर को पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया तो हमलावरों से झड़प हो गई। इस हिंसा में कुल पांच लोग मारे गए थे। हमले के सीसीटीवी फुटेज में अब्बासी को हिंसा का नेतृत्व करते हुए देखा गया है।
ढाका, आइएएनएस। जमात-ए-इस्लामी नेता कमालुद्दीन अब्बासी (Kamaluddin Abbasi) ने बांग्लादेश के हाजीगंज में एक दुर्गा पूजा (Durga Puja) मंडप पर हुए हमले में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है। उसने गुरुवार शाम चांदपुर के वरिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहम्मद कमालुद्दीन की अदालत में अपना कबूलनामा किया। चांदपुर के पुलिस अधीक्षक मिलन महमूद ने कहा कि उसने घटना में शामिल अन्य लोगों के नामों का भी खुलासा किया। बता दें कि महीने की शुरुआत में कुछ लोगों के एक समूह ने रात के समय हाजीगंज बाजार मंदिर पर हमला किया था।
13 अक्टूबर को पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया तो हमलावरों से झड़प हो गई। इस हिंसा में कुल पांच लोग मारे गए थे। हमले के सीसीटीवी फुटेज में अब्बासी को हिंसा का नेतृत्व करते हुए देखा गया है। देशव्यापी हिंसा के 10 मामलों में लगभग 5,000 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है, और पुलिस ने अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया है। महमूद ने अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए एक आपरेशन चलाया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों को लेकर अमेरिकी आयोग ने जताई चिंता
एक अमेरिकी आयोग ने बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदुओं पर हमलों को लेकर चिंता जाहिर की है। आयोग ने कहा कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हुए हमलों से गंभीर रूप से परेशान हैं। इसके साथ ही अमेरिकी आयोग ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री (Bangladesh PM) शेख हसीना (Sheikh Hasina) से इस तरह के हमलों को रोकने के लिए कार्रवाई करने का आग्रह किया है। अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (यूएससीआइआरएफ) के अध्यक्ष नादिन मेंजा ने कहा कि हम प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा अर्धसैनिक बलों को भेजकर हिंसा के जघन्य अपराधों को रोकने की कार्रवाई की सराहना करते हैं। इसके साथ ही हम बांग्लादेशी सरकार से देश में हिंदू विरोधी भावनाओं को भड़काने वाले चरमपंथी तत्वों पर कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।