बांग्लादेश पहुंचे विदेश मंत्री, 'तीस्ता नदी' मुद्दे पर बोले- जल्द होगी जल संसाधन सचिवों की बैठक

भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश की आगामी यात्रा के लिए यहां पर पहुंच चुके हैं। यहां पर पहुंचने के बाद उन्होंने बांग्लादेश अधिकारियों से बातचीत की। इस दौरान दोनों देशों के बीच तीस्ता नदी के मुद्दे पर बातचीत हुई।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 02:25 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 02:41 PM (IST)
बांग्लादेश पहुंचे विदेश मंत्री, 'तीस्ता नदी' मुद्दे पर बोले- जल्द होगी जल संसाधन सचिवों की बैठक
बांग्लादेश पहुंचे विदेश मंत्री, 'तीस्ता नदी' मुद्दे पर बोले- जल्द होगी जस संसाधन सचिवों की बैठक

ढाका, एएनआइ। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश की आगामी यात्रा के लिए यहां पर पहुंच चुके हैं। यहां पर पहुंचने के बाद उन्होंने बांग्लादेश अधिकारियों से बातचीत की। इस दौरान दोनों देशों के बीच  'तीस्ता नदी' के मुद्दे पर बातचीत की। अपने ताजा बयान में भारतीय विदेश मंत्री ने बताया कि हमने इस विषय पर चर्चा की है और आगे की बातचीत के लिए हमारे जल संसाधन सचिवों की बैठक बहुत जल्द होगी। आगे उन्होंने कहा,' मुझे यकीन है कि वे आगे इस पर चर्चा करेंगे। मुझे लगता है कि आप सभी भारत सरकार की स्थिति को जानते हैं, वहां स्थिति नहीं बदली है।

17 दिसंबर की वार्ता के बाद हुई बैठक

बता दें कि जयशंकर की यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब इसी महीने के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा संभावित है। बता दें कि विदेश मंत्री की बांग्लादेश यात्रा 17 दिसंबर 2020 को दोनों देशों के बीच डिजिटल माध्यम से प्रधानमंत्री स्तरीय शिखर वार्ता के बाद हो रही है। मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा के दौरान जयशंकर को द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करने का मौका मिलेगा।

तीस्ता नदीं को लेकर क्यों है विवाद

भारत और बांग्लादेश के बीच तीस्ता नदी का जल विवाद काफी समय से चल रहा है, लेकिन इसकी असली वजह और इसका इतिहास क्या कहता है यह जानना बेहद जरूरी है दरअसल, साउथ एशिया की सबसे बड़ी नदियों में से एक तीस्ता नदी की करीबन 413 किलोमीटर लम्बाई है। तीस्ता नदी भारत में लगभग 295 किलोमीटर के दायरे में बहती है, जिसमें 142 किलोमीटर पश्चिम बंगाल में वहीं 150 किलोमीटर के क्षेत्र में सिक्किम राज्य में बहती है। बांग्लादेश में तीस्ता नदी करीब 120 किलोमीटर के क्षेत्र में बहती है, जबकि तीस्ता नदी का प्रवाह भारत से बांग्लादेश की ओर है। तीस्ता नदी बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र नदी में जाकर मिल जाती है।

 तीस्ता नदी सिक्किम के ग्लेशियर से बनने वाले तालाब से निकलकर पश्चिम बंगाल के इलाकों से होते हुए बांग्लादेश पहुंचती है, ऐसे में विवाद की असली वजह है पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति का नहीं होना है। दोनों देशों के बीच यह जल विवाद तब और अधिक बढ़ जाता है जब कम बारिश होती है या ऐसे मौसमों में जब बारिश बिल्कुल नहीं होती है। तीस्ता और उसकी सहायक नदियां हमेशा बारिश पर निर्भर रहती हैं, ऐसे में जब भी बरसात बंद होती है तो पानी की मात्रा में घट-बढ़ होती रहती है, जिसके दोनों देश में तनाव बना रहता है।

chat bot
आपका साथी