जानें- क्या है Arrow-2 मल्टी लेयर एरियल डिफेंस सिस्टम जिसका इजरायल ने किया सफल परीक्षण
Arrow-2 मिसाइल प्रणाली न सिर्फ लंबी और मध्य दूरी की मिसाइल से रक्षा करने में सक्षम है बल्कि ये वायुमंडल के बाहर से आने वाले खतरे को भी नष्ट कर सकती है।
येरूशलम (एपी)। इजरायल लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव के लिए एक मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। इस परीक्षण को अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी के साथ मिलकर बुधवार रात को किया गया था। इसको ऐरो-2 इंटरसेप्टर बताया गया है। परीक्षण के बाद देश के रक्षा मंत्रालय की तरफ से इसको पूरी तरह से सफल बताया गया है। इसकी जानकारी देते हुए देश के रक्षा मंत्री बेन्नी गांट्ज ने कहा कि ये परीक्षण सुनिश्चित करता है कि इजरायल अपने दुश्मनों से एक कदम आगे की सोचकर काम और इंतजाम करता है। उनके मुताबिक इस परीक्षण ने इजरायल की ताकत का भी अहसास अपने दुश्मनों को करवा दिया है, जो हर वक्त उस पर हमला करने की रणनीति बनाते रहते हैं।
आपको बता दें कि ऐरो-2 बहुस्तरीय प्रणाली का हिस्सा है। इसको विकसित करने के पीछे इजरायल का मकसद गाजा और लेबनान जैसे देशों से दागी जाने वाली कम दूरी की मिसाइलें और मध्यम दूरी के रॉकेट से सीमा की रक्षा करना है। इसमें आयरन डोम, 'डैविड्स स्लिंग और 'ऐरो-3 प्रणाली शामिल हैं जो वायुमंडल के बाहर से आने वाले खतरे का मुकाबला करने में सक्षम है। इजरायल और अमेरिका ने पिछले साल संयुक्त रूप से ऐरो-3 का परीक्षण अलास्का में किया था। इस प्रणाली को इजरायल ऐरोस्पेस इंडस्ट्रीज और अमेरिकी विमानन कंपनी बोइंग ने मिलकर विकसित किया। ये प्रणाली जनवरी 2017 से यह परिचालन में है। ऐरो-2 इससे भी अधिक समय से इस्तेमाल की जा रही है और हाल के वर्षों में सीरिया की मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए इनकी तैनाती की गई है।
इजरायल के इस मल्टी लेयर डिफेंस सिस्टम को भविष्य में होने वाली लड़ाइयों को ध्यान में रखकर डेवलेप किया गया है। ऐरो रॉकेट प्रणाली को लंबी दूरी की मिसाइलों को नष्ट करने के लिए विकसित की गई है। ये प्रणाली वायुमंडल के बाहर से आने वाले खतरे को भी खत्म कर सकती है। इजरायल के रक्षा मंत्रालय में मिसाइल रक्षा संगठन के प्रमुख मोशे पटेल ने कहा कि इजरायल के लिए ईरान एक नैसर्गिक खतरा है लेकिन ऐरो 2 इराक, सीरिया या कहीं और से आने वाली मिसाइलों का भी मुकाबला सफलता के साथ कर सकता है।