कनाडा की सियासत में भारतीय मूल के सिखों का दबदबा, PM ट्रूडो की नैया एक सिख के सहारे, कौन हैं किंगमेकर जगमीत
कनाडा के संसदीय चुनाव में किसी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिल सका है। ऐसे में भारतीय मूल के जगमीत सिंह किंगमेकर की भूमिका में आ गए हैं। उम्मीद है कि वह मौजूदा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की राजनीतिक पार्टी लिबरल पार्टी का समर्थन करेंगे।
टोरंटों, एजेंसी। कनाडा की राजनीति में भारतीयों का वर्चस्व बढ़ा है। खासकर कनाडा की सियासत में सिख समुदाय का दबदबा है। इस बार कनाडा के संसदीय चुनाव में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें हासिल हुई हैं, लेकिन वह सदन में बहुमत से दूर है। बावजूद इसके वह आसानी से तीसरी बार कनाडा के प्रधानमंत्री बन जाएंगे। इसमें उनकी मदद जगमीत सिंह की पार्टी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) मदद करेगी। ट्रूडो को 338 सीटों वाले निचले सदन में 156 सीटें मिली हैं। बहुमत के लिए उसे 14 सीटों की जरूरत है। वहीं, एनडीपी के पास 27 सीटें हैं, जो लिबरल पार्टी को अपना समर्थन देगी। ऐसे में भारतीय मूल के जगमीत सिंह सरकार गठन में किंगमेकर साबित होंगे। चुनावों में इस बार 17 भारतवंशियों ने जीत दर्ज की है। आखिर कौन है जगमीत सिंह।
भारतीय मूल के जगमीत सिंह किंगमेकर की भूमिका में
कनाडा के संसदीय चुनाव में किसी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिल सका है। ऐसे में भारतीय मूल के जगमीत सिंह किंगमेकर की भूमिका में आ गए हैं। उम्मीद है कि वह मौजूदा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की राजनीतिक पार्टी लिबरल पार्टी का समर्थन करेंगे। प्रधानमंत्री ट्रूडो सिख नेता जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थन से सरकार बना सकते हैं। जगमीत सिंह की पार्टी को इस चुनाव में 24 सीटें मिली हैं। वह किंगमेकर के तौर पर उभरे हैं। हालांकि, इस बार उनकी पार्टी को भी बीते चुनाव के मुकाबले 20 सीटों की क्षति हुई है। पिछले संसदीय चुनाव में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के 44 सांसद निर्वाचित हुए थे।
पंजाब के होशियारपुर का बजा डंका
इस बार कनाडा के संसदीय चुनाव में पंजाब के होशियारपुर से जुड़े चार उम्मीदवार चुनाव जितने में सफल रहे। इतना ही नहीं इसमें दो महिला उम्मीदवार भी शामिल है, जिन्होंने इस चुनाव में जीत दर्ज की। दोनों का संबंध पंजाब के होशियारपुर से है। निर्वाचित सांसद रुबी सहोता और अंजू ढिल्लो दोबारा निर्वाचित हुई हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल हरजीत सिंह तीसरी बार निर्वाचित हुई हैं। सुख धालीवाल 5वीं बार निर्वाचित होकर संसद में पहुंचे हैं। पंजाब से अन्य जीते हुए उम्मीदवारों में सोनिया सिद्धू, कमल खैहरा, ब्रदीश चग्घर, अनीता आनंद, जगजीत सिंह, मनिंदर सिद्धू, रणदीप सहाय, परम धालीवाल, जार्ज चाहल, जसराज हलण, टिम उप्पल भी शामिल हैं। केरल से भी एक भारतवंशी जीतने में कामयाब हुए हैं।
सरकार गठन के लिए 170 सीटों की जरूरत
बता दें कि 338 सदस्यीय सदन में लिबरट पार्टी को 157 सीटें ही हासिल हुई है, जबकि सरकार गठन के लिए किसी भी दल को 170 सीटें लाना जरूरी है। जगमीत की पार्टी को एनडीपी को 20 फीसद वोट मिले हैं, जबकि लिबरल्स और कंजरवेटिव्स को 30 से 33 फीसद तक मत हासिल हुए हैं। जगमीत की पार्टी ने संसदीय चुनाव के दौरान लोगों को फ्री डेंटल केयर और ड्रग्स से बचाव के लिए इलाज जैसे वादे किए थे। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कनाडा में सिख समुदाय की बड़ी आबादी के नेता जगमीत सिंह की सरकार के गठन में अहम भूमिका हो सकती है।
कौन है जगमीत सिंह न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष चुने गए जगमीत सिंह पेशे से वकील हैं। वर्ष 2017 में वह पार्टी के अध्यक्ष चुने गए। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी में भारतीय मूल के लोगों पर अच्छा प्रभाव है। जगमीत सिंह को पंजाबी के साथ अंग्रेजी और फ्रेंच भाषा का अच्छा ज्ञान है। इसके चलते कनाडा में उन्होंने भारतीय मूल के सिख समूदाय के अलावा अन्य वर्गों का समर्थन हासिल हे। 40 वर्षीय जगमीत सिंह का जन्म कनाडा के ओंटारियो में हुआ था। इस संसदीय चुनाव में उनकी नारंगी, पीली, गुलाबी, पर्पल और बेबी ब्लू कलर की पगड़ियों ने खासी चर्चा बटोरी।