यूएई में फंसे भारतीय प्रवासी सऊदी अरब, कुवैत में अपने-अपने स्थानों पर लौटे
सऊदी अरब और कुवैत में रहने वाले करीब 600 भारतीयों को पिछले साल हवाई अड्डा बंद रहने के कारण आश्रय स्थलों पर पनाह लेनी पड़ी। यूएई केरल मुस्लिम कल्चरल सेंटर (केएमसीसी) ने अजमान में 350 भारतीयों को पनाह दी।
दुबई, प्रेट्र। कोरोना वायरस के नए स्वरूप के मामलों के बाद हवाई अड्डा बंद होने से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे अधिकतर प्रवासी भारतीय सऊदी अरब और कुवैत में अपने-अपने स्थानों पर लौट गए हैं।
'गल्फ न्यूज' अखबार के मुताबिक, सऊदी अरब और कुवैत में रहने वाले करीब 600 भारतीयों को पिछले साल हवाई अड्डा बंद रहने के कारण आश्रय स्थलों पर पनाह लेनी पड़ी। अखबार के मुताबिक यूएई केरल मुस्लिम कल्चरल सेंटर (केएमसीसी) ने अजमान में 350 भारतीयों को पनाह दी, जबकि इंडियन कल्चरल फाउंडेशन द्वारा संचालित दुबई इन्वेस्टमेंट पार्क में करीब 250 भारतीयों को ठहराया गया।
पिछले सप्ताह हवाई अड्डों को खोला गया और अधिकतर भारतीय प्रवासियों के उड़ानों से अपने घर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया। किराया काफी अधिक रहने के कारण दोनों संगठनों ने कई भारतीयों के लौटने की व्यवस्था भी की। कुल मिलाकर पांच बसों से करीब 125 यात्रियों को सऊदी अरब के रियाद पहुंचाया गया।
यूएई केएमसीसी के अध्यक्ष पुतुर रहमान ने बताया कि अब तक 54 लोगों को बस से निश्शुल्क रियाद पहुंचाया गया और आज भी 29 लोग भेजे गए हैं। अंतिम बस 12 जनवरी की रात जाएगी।