भारतीय सैन्य पुलिस में खुला नेपाली महिलाओं के लिए रास्ता, अब आसानी से रिक्त पदों पर कर पाएंगी अप्लाई

भारतीय सेना ने पहली बार सैन्य पुलिस में नेपाली महिलाओं के लिए रास्ता खोल दिया है। यानी अब नेपाली महिलाएं भी भारतीय सैन्य पुलिस में अप्लाई कर पाएंगी। रिक्त पदों पर आसानी से नेपाली महिलाओं की अब भर्ती हो पाएगी।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 12:07 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 12:13 PM (IST)
भारतीय सैन्य पुलिस में खुला नेपाली महिलाओं के लिए रास्ता, अब आसानी से रिक्त पदों पर कर पाएंगी अप्लाई
भारतीय सैन्य पुलिस में खुला नेपाली महिलाओं के लिए रास्ता, अब आसानी से रिक्त पदों पर कर पाएंगी अप्लाई

काठमांडू, आइएएनएस। भारतीय सेना ने पहली बार सैन्य पुलिस में नेपाली महिलाओं के लिए रास्ता खोल दिया है। यानी अब नेपाली महिलाएं भी भारतीय सैन्य पुलिस में अप्लाई कर पाएंगी। रिक्त पदों पर आसानी से नेपाली महिलाओं की अब भर्ती हो पाएगी। बता दें कि यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब भारतीय सेना में नेपाली युवाओं की भर्ती को रद करने की मांग उठ रही है। सेना का कहना है सेना में नेपाली युवाओं का दायरा बढ़ाने की लगातार जरूरत है। ऐसे में पुरुष और महिलाओं की भर्ती होना चाहिए। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने सेना में पात्र नेपाली महिलाओं को ऑनलाइन माध्यम से अपना आवेदन जमा करने के संदर्भ में एलान किया है।

इन लोगों को मिलेगी छूट निर्धारित हुए मानदंड

इस घोषणा के साथ ही निश्चित मानदंड निर्धारित किए गए हैं, लेकिन उन बच्चों को भी कुछ छूट दी है जिनके माता-पिता भारतीय सेना में सेवा के दौरान शहीद हुए थे। मानदंड के अनुसार, जिन्होंने 10 वीं कक्षा पास की है और जिनकी आयु 16 से 21 वर्ष के बीच है या जिनका जन्म 1 अक्टूबर 2000 से 1 अप्रैल 2004 के बीच हुआ है और जिनकी लंबाई 152 सेमी से अधिक है। वे सभी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 20 जुलाई तय की गई है।

नोटिस के अनुसार, वीर नारी के रूप में वर्गीकृत लोग 30 साल तक आवेदन करने के पात्र हैं। मानदंड को पूरा करने वालों को आगे की चयन प्रक्रिया के लिए अंबल, लखनऊ, जबलपुर, पुणे, बेलगाम और शिलांग में भेजा जा सकता है। मानदंड के अनुसार, पूर्व भारतीय सेना के बच्चे जिनके पिता ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे। उन्हें लिखित परीक्षा में 20 के वजन और अनुग्रह अंक में छूट प्रदान की जाएगी।

नेपाल और भारत के बीच संधि के मुताबिक, भारतीय सेना में एक अलग गोरखा रेजिमेंट है और लाखों से अधिक नेपाली नागरिक भारतीय सेना में विभिन्न पदों पर सेवा कर चुके हैं और सेवानिवृत्त हो चुके हैं। 1816 में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के दौरान नेपाली युवाओं की भर्ती शुरू हुई थी।

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