भारत-बांग्लादेश संबंध सही मायनों में 360 डिग्री पार्टनरशिप : एस जयशंकर

विदेश मंत्री ने कहा कि अगर उन्हें सही याद है तो कोरोना महामारी के बाद प्रधानमंत्री की देश के बाहर यह पहली और बांग्लादेश की दूसरी यात्रा होगी। जयशंकर ने कहा कि भारत की पड़ोसी प्रथम की नीति में बांग्लादेश केंद्र में है।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 08:14 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 08:14 PM (IST)
भारत-बांग्लादेश संबंध सही मायनों में 360 डिग्री पार्टनरशिप : एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और बांग्‍लादेश की पीएम शेख हसीना

 ढाका, प्रेट्र। बांग्लादेश के साथ भारत के संबंधों को सही मायनों में 360 डिग्री पार्टनरशिप बताते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि इस महीने के आखिर में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा बेहद यादगार होगी। प्रधानमंत्री मोदी की 26 मार्च से संभावित दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा का आधार तैयार करने के लिए विदेश मंत्री गुरुवार को एक दिवसीय यात्रा पर बांग्लादेश पहुंचे। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ और भारत-बांग्लादेश राजनयिक रिश्तों के 50 साल पूरे होने के समारोह में हिस्सा लेंगे। 

विदेश मंत्री ने कहा कि अगर उन्हें सही याद है तो कोरोना महामारी के बाद प्रधानमंत्री की देश के बाहर यह पहली और बांग्लादेश की दूसरी यात्रा होगी। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मेमन के साथ व्यापक वार्ता के बाद जयशंकर ने कहा कि भारत की पड़ोसी प्रथम की नीति में बांग्लादेश केंद्र में है और देश की एक्ट ईस्ट पालिसी में उसकी प्रासंगिकता बढ़ रही है। मेमन के साथ प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के लोगों के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण साल है जब दोनों देश मुजीब वर्ष, बांग्लादेश की मुक्ति के 50 वर्ष और भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय संबंधों के 50 वर्ष मनाएंगे।

विदेश मंत्री ने कहा, 'आपके सभी सपने पूरे हों और मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि भारत एक भरोसेमंद दोस्त की तरह हमेशा आपके साथ रहेगा।' उन्होंने ट्वीट किया, 'हमारे संबंध इतने व्यापक हैं और हमारा हमारा कंफर्ट लेवल इतना ऊंचा है कि आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जो अछूता है। यह सही मायने में 360 डिग्री पार्टनरशिप है। ऐसा कोई मुद्दा नहीं है, जिस हम चर्चा नहीं कर सकते और आपसी बातचीत के जरिये नहीं सुलझा सकते।'

विदेश मंत्री ने कहा, 'वास्तव में हमारे संबंध रणनीतिक साझेदारी से भी बढ़कर हैं और मेरा मानना है कि हमारा जुड़ाव शांतिपूर्ण, समृद्ध और प्रगतिशील दक्षिण एशिया का सपना पूरा करने में अहम है।' उन्होंने कहा कि इस सपने को पूरा करने के लिए दोनों पक्षों ने संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति की है, खासकर मई, 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद से।

जयशंकर ने कहा, 'हम बांग्लादेश को प्रमुख पड़ोसी और सिर्फ दक्षिण एशिया में नहीं बल्कि व्यापक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अहम साझीदार के तौर पर देखते हैं। हमारे रिश्तों का हर परिणाम और उपलब्धि इस क्षेत्र के जरिये प्रतिध्वनित होती है। इसमें कुछ भी गोपनीय नहीं है कि हम अन्य देशों के समक्ष इसे अनुसरण के लिए उदाहरण के तौर पर पेश करते हैं।'

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