जानलेवा हो सकती है आपकी ये लत, जानें- स्वस्थ रहने के लिए कितने घंटे देखे टीवी
वैज्ञानिकों ने इस पर बाकायदा शोध किया। तीन लाख से ज्यादा लोगों के ऊपर किए गए शोध पर आधारित इस अध्ययन के नतीजे चौंकाने वाले हैं।
नई दिल्ली [ जागरण स्पेशल ] । क्या आपको भी टेलीविजन देखने की लत पड़ गई है। यदि आप बहुत ज्यादा टीवी देखने के शौकीन हैं तो यह खबर अापके लिए उपयोगी हो सकती है। चार घंटे या उससे ज्यादा टेलीविजन देखने वालों के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। यह लत आपके लिए जानलेवा हो सकती है। ब्रिटेन की ग्लास्गो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इस पर बाकायदा शोध किया। तीन लाख से ज्यादा लोगों के ऊपर किए गए शोध पर आधारित इस अध्ययन के नतीजे चौंकाने वाले हैं।
कितने घंटे तक टीवी देखने वाले हैं स्वस्थ
शोधकर्ताओं ने टेलीविजन देखने की आदतों के आधार पर प्रतिभागियों की दो श्रेणियां बनाई हैं। पहली श्रेणी में चार घंटे या उससे अधिक समय तक टीवी देखने वाले लोग शामिल हैं, जबकि दूसरी श्रेणी में इससे कम घंटे तक टीवी देखने वाले लोग हैं। इस अध्ययन में सबसे स्वस्थ जीवन वाले लोगों ने अपने टीवी सेट पर कम वक्त दिया। इन लोगों की टीवी देखने की अवधि महज दो घंटे दो मिनट थी। वहीं टीवी देखने की थोड़ी सी अवधि बढ़ने पर इसका विपरीत असर देखा गया। दो घंटे नौ मिनट तक देखने वाले मामूली स्वस्थ थे। वैज्ञानिकों ने ऐसे बहुत से लोगों का भी परीक्षण किया जो रोजाना सात घंटे से कम और नौ घंटे से ज्यादा सोते हैं।
हृदय रोग का खतरा बढ़ा
वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि लंबे समय तक टीवी के सामने बैठे रहने से लोगों को स्मोकिंग, ड्रिंकिंग और गलत खानपान की लत लग जाती है। इससे लोगों में हृदय रोग का खतरा खास तौर पर बढ़ जाता है। इसके साथ मोटापा और चिड़चिड़ापन भी बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह लत जानलेवा बन रही है। वैज्ञानिकों ने इस आदत से बचने के लिए घर पर ही व्यायाम की सलाह दी है। इसके अलावा नींद लेने की अविध पर भी अध्ययन किया गया। इसके नतीजे यह बताते हैं कि जो लोग बहुत अधिक या बहुत कम नींद लेते हैं, इससे उनकी सेहत खराब हो रही है। कम नींद से उनकी आयु अल्प हो रही है।
इसके अलावा स्टडी में ज्यादा टीवी देखने वाले स्त्री-पुरुषों के मोटापे में वृद्धि देखी गई। हफ्ते में पांच घंटे या उससे कम टीवी देखने वाले लोगों की अपेक्षा 21 घंटे या उससे ज्यादा टीवी देखने वाले लोगों के मोटापे में दोगुनी वृद्धि पाई गई। स्टडी में अंतिम निष्कर्ष यही था कि टीवी देखने का समय और नींद की अवधि जीवन शैली के लिए सबसे ज्यादा जोखिम भरे माने गए।
ब्लड क्लॉटिंग की प्रबल आशंका
शोधकर्ताओं का दावा है कि लगातार ढाई घंटे या उससे ज्यादा समय तक टीवी देखने पर ‘पल्मोनरी एम्बोलिस्म’ का खतरा बढ़ जाता है। एेसी स्थिति में आपकी पैर की नसों में खून का थक्का यानी ब्लड क्लॉट हो जाते हैं। इससे फेफड़ों तक रक्त के प्रवाह में गतिरोध पहुंचता है। इससे मौत का जोखिम बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं ने इस आदत से मोटापा, आंखों की रोशनी, चिड़चिड़ापन और हार्ट की बीमारी बहुत तेजी से पनपने के खतरे बताए गए हैं। इस शोध से जुड़े टीम के सदस्य मार्टिनेज गोंजालेस का दावा है कि हमारा अध्ययन यह बताता है कि अपनी शारीरिक गतिविधि बढ़ाने की तरफ ध्यान देना चाहिए। रोजाना टीवी देखने का समय एक से दो घंटे तक ही रखना चाहिए।