आइएमएफ से तालिबान को झटका, अफगानिस्तान के साथ रिश्ते किए निलंबित; फंडिंग के लिए रखी यह शर्त

आइएमएफ ने कहा कि वह अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति को लेकर बेहद चिंतित है। इस अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान ने वैश्विक समुदाय से इस देश में किसी मानवीय संकट को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 04:07 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 04:07 PM (IST)
आइएमएफ से तालिबान को झटका, अफगानिस्तान के साथ रिश्ते किए निलंबित; फंडिंग के लिए रखी यह शर्त
तालिबान सरकार की मान्यता पर स्पष्टता आने तक के लिए उठाया कदम

वाशिंगटन, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने अफगानिस्तान के साथ अपने संबंधों को निलंबित कर दिया है। उसने तालिबान सरकार की मान्यता पर स्पष्टता आने तक के लिए यह कदम उठाया है। आइएमएफ ने कहा कि तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार की मान्यता पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की स्थिति साफ होने तक अफगानिस्तान के साथ उसका जुड़ाव निलंबित रहेगा।

आइएमएफ ने कहा कि वह अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति को लेकर बेहद चिंतित है। इस अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान ने वैश्विक समुदाय से इस देश में किसी मानवीय संकट को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। आइएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'अफगानिस्तान के साथ हमारा जुड़ाव तब तक निलंबित रहेगा, जब तक यहां की सरकार की मान्यता पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में स्थिति साफ नहीं हो जाती।' उन्होंने बताया, 'हम अफगानिस्तान में सरकार की मान्यता को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा निर्देशित हैं और अभी हमारे पास कोई स्पष्टता नहीं है। इसलिए वहां आइएमएफ कार्यक्रम को रोक दिया गया है। फिलहाल यह देश आइएमएफ संसाधनों तक पहुंच हासिल नहीं कर सकता।'

तालिबान के वादों पर नजर

गत 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद कई वैश्विक नेताओं ने एलान किया था कि वे तालिबान सरकार को मान्यता देने से पहले देखेंगे कि वह समावेशी सरकार और मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर अपने वादों को पूरा करता है या नहीं। गरीबी और सूखे से जूझ रहे अफगानिस्तान की स्थिति तालिबान के कब्जे के बाद और बिगड़ती जा रही है। विदेशी दानकर्ताओं ने भी इस देश की मदद रोक दी है।

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