Hong Kong Protest : सरकार से टकराव के छह महीने के अनुभव किए साझा, उठी आवाज; अब रुकना नहीं
हांगकांग में गुरुवार को हजारों लोगों ने सेंट्रल पार्क में एकत्रित होकर अपने आंदोलन के हिंसक स्वरूप में तब्दील होने के छह महीने पूर्व के दिन को याद किया।
हांगकांग, रायटर। हांगकांग में गुरुवार को हजारों लोगों ने सेंट्रल पार्क में एकत्रित होकर अपने आंदोलन के हिंसक स्वरूप में तब्दील होने के छह महीने पूर्व के दिन को याद किया। शांत लोगों ने 12 जून का वह दिन याद किया जब सड़क जाम करने के दौरान पहली बार उनका पुलिस से टकराव हुआ था और उन पर रबर बुलेट और आंसू गैस के गोले चले थे।
हांगकांग सरकार के चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि
आंदोलन चीन समर्थित हांगकांग सरकार के चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि को लेकर शुरू हुआ था। कुछ हफ्ते बाद आंदोलन लोकतंत्र की मांग में तब्दील हुआ और अब चीन से आजादी का नारा बुलंद हो रहा है। गुरुवार को उन आंदोलनकारियों को भी याद किया गया, जो इन छह महीनों में बिछड़ गए। हजारों लोगों ने मौन रहकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कहा, हम उन्हें कभी नहीं भूल सकते।
दस लाख शांत लोगों की अपील नहीं सुनी
जनसमूह को संबोधित करते हुए 24 वर्षीय इंजीनियर मार्क चो ने कहा, सरकार के प्रत्यर्पण प्रस्ताव के विरोध में दस लाख लोगों ने नौ जून को शांतिपूर्ण जुलूस निकाला था। सरकार से अपील की थी कि वह हांगकांग के लोकतांत्रिक आचार-विचार को कुचलने के लिए यह प्रस्ताव विधानसभा में पेश न करे। लेकिन सरकार ने दस लाख शांत लोगों की अपील नहीं सुनी। प्रस्ताव को आगे बढ़ा दिया गया। इस अनुभव ने हमें सबक दिया कि शांतिपूर्ण आंदोलन से काम नहीं चलेगा।
कार्यक्रम में छह हजार से ज्यादा गिरफ्तार
23 साल की शिक्षिका मैंडी चान ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वालों को याद करते हुए कहा, हम आपको कभी नहीं भूलेंगे। कार्यक्रम में छह हजार से ज्यादा गिरफ्तार आंदोलनकारियों को क्रिसमस कार्ड भेजने की मुहिम का भी एलान किया गया। यह सिलसिला गुरुवार से ही शुरू हो गया। आंदोलन के छह महीनों में पुलिस ने विभिन्न मामलों में छह हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।