इराक में IS के खिलाफ ब्रिटिश सेना के अभियानों में शामिल हुआ एयरक्राफ्ट कैरियर 'क्वीन एलिजाबेथ', रूसी सैनिकों की बढ़ी चिंता

ब्रिटिश नौसेना अधिकारी ने कहा कि ब्रिटेन इराक से आइएस को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन चला रहा है जिसमें एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एजिलाबेथ को शामिल करना एक बड़ा कदम है जो सैन्य अभियानों का संचालन करने के लिए लचीलापन प्रदान करता है

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 09:55 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 09:55 AM (IST)
इराक में IS के खिलाफ ब्रिटिश सेना के अभियानों में शामिल हुआ एयरक्राफ्ट कैरियर 'क्वीन एलिजाबेथ', रूसी सैनिकों की बढ़ी चिंता
इराक में आइएस के खिलाफ सैन्य अभियान चला रहा ब्रिटेन

ईस्ट मेडिटरेनियन सी, एपी। इराक (Iraq) में इस्लामिक स्टेट ग्रुप (Islamic State) के खिलाफ जारी अपने ऑपरेशंस में ब्रिटेन ने एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एजिलाबेथ (HMS Queen Elizabeth) को भी शामिल कर लिया है। ब्रिटिश नौसेना के उच्चपदस्थ अधिकारी स्टीव मूरहाउस (Steve Moorhouse) ने कहा कि दो दशकों में ऐसा पहली बार होगा कि एक विमानवाहक पोत जमीन पर लाइव सैन्य अभियानों का समर्थन कर रहा है, और वैश्विक स्तर पर ब्रिटिश सैन्य शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही ब्रिटिश और अमेरिकी पायलटों पर नजर रख रहे रूसी लड़ाकू विमानों की भी चिंता बढ़ा दी है।

मूरहाउस ने कहा कि ब्रिटेन इराक से आइएस को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन चला रहा है, जिसमें एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एजिलाबेथ को शामिल करना एक बड़ा कदम है, जो सैन्य अभियानों का संचालन करने के लिए लचीलापन प्रदान करता है और हमें नुकसान पहुंचाने की योजना बनाने वालों को भी सबक सिखा देगा।

उन्होंने कहा कि सीरिया में बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों की उपस्थिति के कारण ईस्ट मेडिटरेनियन पिछले एक दशक में अधिक भीड़वाला और संघर्षपूर्ण हो गया है। यहां रूसी जहाजों और युद्धक विमानों के साथ नियमित मुठभेड़ होती रहती है। अधिकारी ने कहा कि रूसी, ब्रिटिश और अमेरिकी पायलटों में एक-दूसरे के प्रति सम्मान होना चाहिए और पेशेवर आचरण होना चाहिए।

इराक और सीरिया में काफी सक्रिय है आइएस

बता दें कि आइएस संगठन सीरिया (Syria) और इराक में काफी सक्रिय है। इस संगठन का मकसद पूरी दुनिया में इस्‍लामीकरण करना है। दुनिया के सभी देशों में शरिया कानून को लागू करना है। यह आतंकवादी संगठन हाईटेक और टेकसेवी है। अमेरिकी सेना द्वारा इराक के शासक सद्दाम हुसैन की मौत के बाद से यहां आइएस संगठन काफी सक्रिय हो गया है। आइएस संगठन के निशाने पर इराक में तैनात संयुक्‍त सुरक्षा बल के जवान हैं।

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