हैती के नए प्रधानमंत्री के तौर पर एरियल हेनरी नियुक्त, भाषण में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की अपील
हैती की सरकार ने एरियल हेनरी को प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त कर दिया। उन्हें राष्ट्रपति जोवेनेल मौसे ने हत्या से पहले देश के अग्रिम प्रधानमंत्री के तौर पर नामित किया था। हेनरी ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री क्लाउड जोसेफ के उत्तराधिकारी के रूप में प्रधानमंत्री का पद संभाला है।
पोर्ट-औ-प्रिंस, रॉयटर्स: हैती की सरकार ने मंगलवार को औपचारिक रूप से एरियल हेनरी को प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त कर दिया। उन्हें राष्ट्रपति जोवेनेल मौसे ने हत्या से पहले देश के अग्रिम प्रधानमंत्री के तौर पर नामित किया था। हेनरी ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री क्लाउड जोसेफ के उत्तराधिकारी के रूप में प्रधानमंत्री का पद संभाला है। करीब दो हफ्ते पहले मौसे की साजिश के तहत गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
प्रधानमंत्री का अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए आग्रह
हेनरी ने देश की राजधानी में एक समारोह के दौरान प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। सभा में उन्होंने देवंगत राष्ट्रपति के लिए एक मिनट के मौन के साथ अपने भाषण की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा की, देश इस वक्त हिंसक गतिविधियों के दौर से गुजर रहा है, लेकिन वो देश में चुनाव के लिए अनुकूल माहौल बनाना चाहते हैं। ताकी देश का हर व्यक्ति वोट दे सके। हैती में सितंबर के महीने में चुनाव निर्धारित किए गए हैं। इस दौरान हेनरी ने एकता और स्थिरता की अपील की, साथ ही 2010 के बाद से निरंतर जारी, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का भी आग्रह किया है।
चुनौतियों को लेकर चेतावनी
वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री जोसेफ ने अपने एक बयान में कहा की, प्रधानमंत्री के तौर पर हेनरी की नियुक्ति अग्रिम चुनावों को सुविधाजनक बनाना है, जो पिछली बार 2016 में हुए थे। उन्होंने भविष्य में आने वाली कठिनाईयों को लेकर भी आगाह किया है। उन्होंने कहा की, इस वक्त देश में राष्ट्रपति की अनुपस्थिति को इतिहास में अभूतपूर्व राजनीतिक संकट के तौर पर देखा जाएगा। नए प्रधानमंत्री को देश में चल रही अनिश्चित्ता और गंभीर आर्थिक संकट की स्थिति विरासत के तौर पर मिली है। इस दौरान हेनरी और जोसेफ दोनों ने ही, जोर देकर कहा कि सरकार को व्यवस्था और सुरक्षा बहाल करने के साथ-साथ, अपराध और कोरोनावायरस महामारी से बर्बाद हुई अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए काम करने की जरूरत है।
मौसे की हत्या को लेकर जांच जारी
गौरतलब है की, मौसे की हत्या में शामिल होने की आशंका के चलते, राष्ट्रपति के सुरक्षा प्रमुख, कुछ हाईटियन पुलिस अधिकारियों और हाईटियन-अमेरिकियों को हिरासत में ले लिया गया है, जिनसे लगातार पूछताछ जारी है। मौसे की हत्या ने देश की पहले से ही नाजुक राजनीतिक व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है।