हैती में राजनीतिक उथल-पुथल तेज, राष्ट्रपति की हत्या में संदिग्ध प्रधानमंत्री; बदला गया न्याय मंत्री

हैती में राजनीतिक उथल-पुथल तेज हो गई है। अब खबर है कि प्रधानमंत्री ने न्याय मंत्री को बदल दिया है। न्याय मंत्री राकफेलर विंसेंट (Justice Minister Rockfeller Vincent) की जगह आंतरिक मंत्री लिस्ट्ट क्विटल (Liszt Quitel) को नियुक्त किया गया है।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 10:40 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 10:40 AM (IST)
हैती में राजनीतिक उथल-पुथल तेज, राष्ट्रपति की हत्या में संदिग्ध प्रधानमंत्री; बदला गया न्याय मंत्री
हैती में राजनीतिक उथल-पुथल तेज, राष्ट्रपति की हत्या में संदिग्ध प्रधानमंत्री; बदला गया न्याय मंत्री

पोर्ट-ओ-प्रिंस, रायटर्स। हैती सरकार में राजनीतिक उथल-पुथल तेज हो गई है। राष्ट्रपति जोवेनेल मोइसे की हत्या के मामले में प्रधानमंत्री संदिग्धों की लिस्ट में हैं। क्योंकि मगंलवार को प्रधानमंत्री एरियल हेनरी (Ariel Henry) के खिलाफ एक न्याययाधीश से राष्ट्रपति की हत्या के लिए मुकदमा चलाने का अनुरोध किया गया था। साथ ही उन्होंने हेनरी के विदेश जाने पर रोक लगाने की अपील की थी। इस बीच अब खबर है कि प्रधानमंत्री ने न्याय मंत्री को बदल दिया है। न्याय मंत्री राकफेलर विंसेंट (Justice Minister Rockfeller Vincent) की जगह आंतरिक मंत्री लिस्ट्ट क्विटल (Liszt Quitel) को नियुक्त किया गया है। वहीं माना जा रहा है कि न्याय मंत्री ने यह कहते हुए पद छोड़ दिया कि वह राष्ट्रपति जोवेनेल मोइस की हत्या में संदेह में आने के बाद कार्य नहीं कर सकते हैं।

वहीं हैती के मंत्रिपरिषद के महासचिव के रूप में चार साल से अधिक समय तक सेवा करने वाले रेनाल्ड लुबेरिस (Renald Luberice) का इस्तीफा भी प्रधानमंत्री को न्याय मंत्रालय के पूर्व अधिकारी से जोड़ने वाले नए सबूत सामने आने के बाद आया है। जो जांच करता है कि राष्ट्रपति की हत्या के पीछे मुख्य संदिग्धों में न्याय मंत्री का नाम शामिल है।

वहीं अभियोजकों का कहना है कि फोन रिकार्ड से पता चला है कि दोनों ने 7 जुलाई को सुबह 4 बजे के आसपास दो बार बात की थी। बता दें कि 53 वर्षीय हैती के राष्ट्रपति की  गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनके निजी आवास पर कुछ बदमाशों ने उन पर धावा बोल दिया था। वहीं प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति की हत्या में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।

वहीं अफगानिस्तान पर हुए तालिबान के कब्जे के बाद से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है। 15 अगस्त को इस संगठन ने इस देश पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद से सभी देशों के साथ तालिबान तालमेल बिठाने और सरकार गठन के लिए कार्य कर रहा है।

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