टाइमलाइन: जर्मनी में Covid-19 संक्रमण के पहले मामले से लेकर एक लाख लोगों की मौत तक

पूरे विश्व ने कोरोना महामारी के दौरान मौत के तांडव को बहुत करीब से महसूस किया है। हाल ही में जर्मनी में कोविड-19 से होने वाली मौतों का आंकड़ा एक लाख की संख्या को पार कर गया। हलांकि टीकाकरण अभियान के चलते मौत के आंकड़ों में खासी कमी आई है।

By Amit SinghEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 03:03 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 03:45 PM (IST)
टाइमलाइन: जर्मनी में Covid-19 संक्रमण के पहले मामले से लेकर एक लाख लोगों की मौत तक
Germanys COVID timeline from first case to one lakh dead

बर्लिन, एजेंसियां: पूरे विश्व ने कोरोना महामारी के दौरान मौत के तांडव को बहुत करीब से महसूस किया है। यह सिलसिला अभी रुका नहीं है, लेकिन विश्वव्यापी सफल टीकाकरण अभियान के चलते मौत के आंकड़ों में खासी कमी आई है। हाल ही में, जर्मनी में कोविड-19 से होने वाली मौतों का आंकड़ा एक लाख की संख्या को पार कर गया।

आइए क्रम दर क्रम नजर डालते हैं, जर्मनी की उन कुछ खास घटनाओं पर जिन्होंने महामारी के दौरान पूरे विश्व में सुर्खियां बटोरी:

27 जनवरी, 2020

जर्मनी में पहले कोविड-19 पॉजिटिव केस की पुष्टी की गई। यह मामला बवेरिया के स्टर्नबर्ग इलाके से सामने आया था। उस देश के स्वास्थ्य अधिकारियों ने दावा किया था की, जर्मनी में वायरस फैलने का खतरा कम है।

12 फरवरी, 2020

जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने सांसद में जानकारी देते हुए बताया कि, चीन में फैली महामारी धीरे-धीरे वैश्विक महामारी का रूप लेती जा रही है।

24 फरवरी, 2020

कोरोना वायरस से इटली में बिगड़ते हालात को देखते हुए जर्मन सरकार ने अपने आकलन में बदलाव किया और चेतावनी जारी करते हुए कहा कि देश में भी इस वायरस के फैलने की आशंका है।

4 मार्च, 2020

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जर्मनी का प्रसिद्ध लीपज़िग पुस्तक मेला रद्द कर दिया गया। साथ ही कई अन्य बड़े आयोजनों के रद्द होने का सिलसिला जारी रहा।

10 मार्च 2020

इस दिन तक जर्मनी के सभी 16 राज्यों में कोरोनावायरस मामलों की पुष्टि हो चुकी थी। जिसके चलते राष्ट्रीय संकट इकाई ने देश भर में कई बड़े आयोजनों को रद्द करने की सिफारिश रखी। इन आयोजनों में एक हजार से ज्यादा लोगों को शामिल होना था। इसके बाद कुछ ही दिनों में देशव्यापी अधिकांश स्कूल बंद करने की घोषणा कर दी गई।

18 मार्च, 2020

एक टेलिविज़न संबोधन में, जर्मनी की चांस्लर अंजेला मर्केल ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण के "ऐतिहासिक" चुनौती करार दिया।

22 मार्च, 2020

जर्मनी में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए, पहले देशव्यापी लॉकडाउन पर सहमति बनी।

6 अप्रैल, 2020

जर्मनी में तेजी के साथ बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों ने जल्द ही एक लाख के आंकड़े को पार कर दिया।

20 अप्रैल, 2020

इस दिन देशव्यापी कोरोना संक्रमण के चलते कुछ प्रतिबंधों में ढील देने की सिलसिला शुरू किया गया।

16 मई, 2020

यह पहला मौका था जब कोरोना की मार के बाद किसी आयोजनि को अनुमति दी गई। प्रारम्भिक तौर पर बुंडेसलीगा फुटबॉल मैच को दर्शकों के बिना फिर से शुरू किया गया।

23 जून, 2020

देश के पश्चिमी क्षेत्र के एक बूचड़खाने में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद गुएटरस्लोह इलाके में फिर से लॉकडाउन लगाने का फैसला किया गया।

1 अगस्त 2020

बर्लिन में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखा गया और फिर 29 अगस्त को प्रदर्शनकारियों ने रैहस्टाग पर धावा बोलने की कोशिश की।

16 अक्टूबर, 2020

दैनिक कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल दर्ज किया गया। पुष्टि किए गए मामलों की संख्या 7,000 से अधिक के नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचती है।

24 अक्टूबर, 2020

जर्मनी में COVID-19 से मरने वालों की संख्या 10,000 के पार।

28 अक्टूबर, 2020

संघीय और राज्य के अधिकारी आंशिक रूप से लॉकडाउन पर सहमत होते हैं। लेकिन सामाजिक मेलजोल पर रोक को बरकरार रखा जाता है।

5 नवंबर, 2020

जर्मनी में दैनिक कोरोना संक्रमणों की संख्या 20,000 के पार ।

8 दिसंबर, 2020

जर्मनी के पूर्वी राज्य सैक्सोनी ने स्कूलों, डे-केयर और ज्यादातर स्टोरों को बंद करने के लिए "हार्ड लॉकडाउन" की घोषणा की। वहीं, अन्य राज्य भी लॉकडाउन का पालन करते हैं। जो शुरूआत में क्रिसमस तक के लिए निर्धारित था, लेकिन बाद में लंबे वक्त तक चला।

26 दिसंबर, 2020

जर्मनी के 101 वर्षीय एडिथ क्वाइज़ल्ला देश में COVID-19 वैक्सीन प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बने।

20 जनवरी, 2021

जर्मनी में कोविड-19 संक्रमण के कारण 50,000 मौतों का आंकड़ा पार ।

17 फरवरी, 2021

जर्मनी की रोग नियंत्रण एजेंसी ने पुष्टी करते हुए कहा कि, ब्रिटेन में पहली बार पाया गया कोरोनावायरस का म्यूटेटड वैरिएंट देश में तेजी से फैल रहा है।

23 मार्च, 2021

संघीय और राज्य सरकारें राष्ट्रव्यापी ईस्टर लॉकडाउन पर सहमत होती है, लेकिन एक दिन बाद ही यह फैसला वापस ले लिया जाता है।

24 अप्रैल, 2021

जर्मनी में कोविड-19 मरीजों की अस्पताल में भर्ती होने की बढ़ती संख्या के कारण राष्ट्रव्यापी "आपातकालीन ब्रेक" लागू किया गया।

14 मई, 2021

जर्मनी एक दिन में 13.50 लाख लोगों का टीकाकरण कर रिकॉर्ड दर्ज करता है।

7 जून, 2021

जर्मनी में टीकाकरण को प्राथमिकता देने की शुरुआत।

13 जुलाई 2021

अंजेला मार्केल ने अपने एक बयान में कहा कि, जर्मनी फ्रांस की तरह अनिवार्य टीकाकरण की योजना नहीं बना रहा है।

23 अगस्त 2021

जर्मनी तथाकथित 3जी नियमों को पेश करता है जिसमें रेस्तरां, पूल और हेयरड्रेसर तक पहुंचने के लिए टीकाकरण या निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट को अनिवार्य किया गया।

26 सितंबर, 2021

जर्मन राष्ट्रीय चुनाव; मर्केल की पार्टी को एक अभियान के बाद करारी हार का सामना करना पड़ा। जिसमें कोरोनोवायरस उपायों को आगे बढ़ाने को लेकर कोई बड़ा मुद्दा शामिल नहीं किया गया था।

11 अक्टूबर 2021

जर्मनी ने 12 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त रैपिड टेस्ट देना बंद किया; 13 नवंबर को फैसला वापस ले लिया गया।

11 नवंबर, 2021

जर्मनी में एक ही दिन में पहली बार COVID-19 के 50 हजार नए मामलों की पुष्टी की गई।

18 नवंबर, 2021

देश की संसद ने 24 नवंबर 2021 को नए, कम कड़े महामारी कानून को मंजूरी दी। साथ ही सरकार ने कोरोनावायरस महामारी से निपटने के लिए दैनिक वैज्ञानिक सलाह देने के लिए एक विशेषज्ञ टीम बनाने की योजना की घोषणा की।

25 नवंबर, 2021

जर्मनी की रोग नियंत्रण एजेंसी की रिपोर्ट है कि, महामारी की शुरुआत के बाद से कोविड-19 संक्रमण के कारण एक लाख से ज्यादा लोग मारे गए हैं।

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