China vs India : भारतीय नौसेना के युद्धपोत ऐरावत ने दक्षिण चीन सागर में योग के जरिए ड्रैगन को दिया संदेश

दक्षिण चीन सागर से लेकर अरब सागर तक चीनी ड्रैगन को भारतीय नौसेना ने अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस पर एक सख्‍त संदेश दिया है। भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस ऐरावत पर सवार जवानों ने वियतनाम के कैमरान्‍ह बे इलाके में योग दिवस के मौके पर योग किया।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:27 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:29 PM (IST)
China vs India : भारतीय नौसेना के युद्धपोत ऐरावत ने दक्षिण चीन सागर में योग के जरिए ड्रैगन को दिया संदेश
भारतीय नौसेना के ऐरावत ने दक्षिण चीन सागर में योग के जरिए ड्रैगन को दिया कड़ा संदेश। फाइल फोटो।

कैमरान्‍ह, एजेंसी। दक्षिण चीन सागर से लेकर अरब सागर तक चीनी ड्रैगन को भारतीय नौसेना ने अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस पर एक सख्‍त संदेश दिया है। भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस ऐरावत पर सवार जवानों ने वियतनाम के कैमरान्‍ह बे इलाके में योग दिवस के मौके पर योग किया। इस मौके पर भारतीय नौसेना ने बताया कि इस युद्धपोत को कैमरान्‍ह बे इलाके में तैनात किया गया है। भारतीय युद्धपोत ऐसे समय पर दक्षिण चीन पहुंचा है, जब चीन का अपने पड़ोसी देशों के साथ विवाद काफी बढ़ गया है। साथ ही चीनी जहाजों की घुसपैठ लगातार हिंद महासागर में बढ़ती जा रही है।

भारतीय जंगी जहाज भी दक्षिण चीन सागर की गहराईयों को नापने में सक्षम

भारतीय नौसेना ने योग दिवस के मौके पर यह दिखा दिया कि अगर कोई उसके हिंद महासागर के क्षेत्र में घुसपैठ कर सकता है, तो भारतीय जंगी जहाज भी दक्षिण चीन सागर की गहराईयों को नापने के लिए कभी भी पहुंच सकते हैं। इसके पूर्व भारत ने गलवान घाटी हिंसा के बाद अपने एक युद्धपोत को दक्षिण चीन सागर में तैनात किया था। खास बात यह है कि इस युद्धपोत को उस इलाके में तैनाती की गई थी, जहां चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी की नौसेना ने किसी भी अन्य फोर्स की मौजूदगी पर ऐतराज जताया था।

दक्षिण चीन सागर पर चीन का दावा

बता दें कि चीन यह दावा करता रहा है कि दक्षिणी चीन सागर का अधिकांश हिस्सा उसके क्षेत्र में आता है। इसी वजह से उसका वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया और फ‍िलीपीन्‍स जैसे देशों के साथ गंभीर विवाद चल रहा है। इसी तनाव को देखते हुए अमेरिकी नौसेना लगातार इस इलाके में गश्‍त लगाती रहती है ताकि अगर जरूरत पड़े तो ड्रैगन के दुस्‍साहस का तत्‍काल कठोरता के साथ जवाब दिया जा सके। दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी नौसेना ने भी अपने विध्वंसक और फ्रिगेट तैनात किए थे। तैनाती के दौरान भारतीय युद्धपोत लगातार अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ संपर्क बनाए हुए था। किसी भी सार्वजनिक चकाचौंध से बचने के लिए पूरे मिशन को बहुत ही गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया था।

chat bot
आपका साथी