कोविड-19 पास को लेकर फ्रांस की सड़कों पर मचा कोहराम, 19 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार

कोविड-19 पास को लेकर फ्रांस में इन दिनों कोहराम मचा हुआ है। इसके खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। सरकार जहां इसको जरूरी बता रही है वहीं प्रदर्शनकारी इसको उनकी आजादी पर प्रहार बता रहे हैं।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:29 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:32 PM (IST)
कोविड-19 पास को लेकर फ्रांस की सड़कों पर मचा कोहराम, 19 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
फ्रांस में हो रहा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन

पेरिस (एएनआई/स्‍पूतनिक)। फ्रांस में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए बनाए गए नए कानून पर सरकार और जनता के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आलम ये है कि इसके खिलाफ लगातार हर रोज विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। देश के आंतरिक मंत्री गेराल्‍ड डारमेनिन का कहना है कि पुलिस ने 19 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। ये प्रदर्शनकारी सरकार के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं जिसमें सरकार ने सड़क पर आने के लिए कोविड-19 पास को पूरे देश भर में अनिवार्य किया है। सरकार के नए कानून के मुताबिक अब सड़क पर आने से पहले ये पास लेना जरूरी होगा।

देशभर में इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। बीएफएमटीवी ब्रॉडकास्‍टर के मुताबिक देश में इसके विरोध में करीब 204090 लोग सड़कों पर उतरे हैं। राजधानी पेरिस में ही करीब 14 हजार से अधिक लोग इसको लेकर होने वाले विरोध प्रदर्शन में जुटे थे। डारमेनिन ने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि शुक्र है कि पुलिस ने पूरे देश में इसको लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर कड़ी निगाह रखी। इस दौरान करीब 19 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें से करीब 10 पेरिस से हुई हैं।

आपको बता दें कि जुलाई के मध्‍य से जब फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैन्‍युल मैक्रॉन ने इस कानून की घोषणा की थी और प्रतिबंधों का दायरा बढ़ाया था, तब से ही लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। राष्‍ट्रपति का कहना था कि देश में कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए ये बेहद जरूरी कदम है। अगस्‍त से इस नए कानून के लागू होने के साथ रेस्‍तरां, बार, शॉपिंग सेंटर, विमान और लंबी दूरी की ट्रेनों में सफर करने वालों को यात्रा से पूर्व स्‍पेशल पास लेना अनिवार्य हो गया है। ये पास उन लोगों को मिल सकेगा जो या तो हाल ही में कोरोना से ठीक हुए हैं और जिनके पास में कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट है या फिर उन्‍हें जिन्‍होंने कोरोना वैक्‍सीन की दोनों खुराक ले ली हैं।

गौरतलब है कि सरकार ने नए कानून के तहत सभी स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों के लिए वेक्‍सीनेशन अनिवार्य कर दिया है। सरकार ने कहा है कि ऐसा न करने वाले कर्मी को बर्खास्‍त किया जा सकेगा। नए कानून के मुताबिक फिलहाल ये नियम केवल व्‍यस्‍कों पर ही लागू होता है। 30 सितंबर के बाद ये 12 वर्ष से अधिक आयु वर्ग पर भी लागू हो जाएगा।

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