ताइवान रक्षा क्षेत्र में चार चीनी सैन्य विमान प्रवेश करने की बना रहे योजना

चार चीनी सैन्य विमान ताइवान रक्षा क्षेत्र में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं। ये विमान ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश करने की फिराक में है। जो इस महीने पांचवीं घुसपैठ हो सकती है।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 01:31 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 01:31 PM (IST)
ताइवान रक्षा क्षेत्र में चार चीनी सैन्य विमान प्रवेश करने की बना रहे योजना
ताइवान रक्षा क्षेत्र में चार चीनी सैन्य विमान प्रवेश करने की बना रहे योजना

ताइपे सिटी, एएनआइ। चार चीनी सैन्य विमान ताइवान रक्षा क्षेत्र में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं। ये विमान ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश करने की फिराक में है। जो इस महीने पांचवीं घुसपैठ हो सकती है।

ताइवान न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) शेनयांग J-11 लड़ाकू विमान, एक शानक्सी Y-8 पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान, और एक शानक्सी Y-8 टोही हवाई जहाज ने ADIZ के दक्षिण-पश्चिम कोने में उड़ान भरी।

बीजिंग से घुसपैठ के जवाब में ताइवान ने विमान भेजे और पीएलएएएफ विमानों को ट्रैक करने के लिए वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली तैनात करते हुए चेतावनी जारी की है। राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (एमएनडी) ने यहा जानकारी दी है। 

इस बीच, 13 चीनी सैन्य विमानों ने इस महीने ताइवान के पहचान क्षेत्र में घुसपैठ की है, जिसमें सात स्पॉटर विमान और छह लड़ाकू जेट शामिल हैं। ताइवान न्यूज ने ये जानकारी दी है। यह तब हुआ जब बीजिंग तानवान पर अपना दावा करता है। इसके साथ ही चीन ने ताइवान में सैन्य घुसपैठ बढ़ा दी है।

बता दें कि ताइवान को लेकर चीन की आक्रामकता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। हाल के वर्षों के दौरान ताइवान एक चिंताजनक मुद्दा बन गया है। इसकी कई वजहें हैं। चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए बार बार ताइवान के हवाई क्षेत्रों में घुसपैठ कर रही है। खासकर समुद्री गतिविधियों को लेकर उसका रवैया टकराव बढ़ाने वाला है।

सनद रहे कि अमेरिका की ताइवान से नजदीकी भी चीन को खटक रही है। चीन अक्‍सर अमेरिका से ताइवान से दूरी बनाए रखने की हिदायतें देता रहा है। हाल ही में पेंटागन द्वारा जारी चाइना मिलिट्री पावर रिपोर्ट में हैरान करने वाले खुलासे किए गए हैं। इसमें कहा गया है पीएलए ताइवान को लेकर बड़ी तैयारी में जुटा हुआ है। मालूम हो कि चीन ताइवान को अपना हिस्‍सा बताता है जबकि ताइवान खुद को एक स्‍वंतत्र देश के तौर पर पेश कर रहा है। चीन कई बार धमकी दे चुका है कि ताइवान को अपने में मिलाने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकता है। भले ही इसके लिए उसे युद्ध ही करना क्‍यों ना पड़े।

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