फिलीपींस में चार चीनी ड्रग तस्कर मारे गए, 52 लाख डालर की नशीली दवा बरामद

फिलीपींस के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख जनरल ग्यूलेर्मो एलिजार ने सोमवार को कहा कि सुरक्षा बलों ने ड्रग्स तस्करों के खिलाफ स्टिंग आपरेशन शुरू किया था। इसी के तहत पामपंगा प्रांत में एंजिल्स शहर के पास के गांव में सुरक्षा बल नकली ग्राहक बनकर तस्करों के पास गए थे।

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 08:02 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:02 AM (IST)
फिलीपींस में चार चीनी ड्रग तस्कर मारे गए, 52 लाख डालर की नशीली दवा बरामद
52 लाख डालर (लगभग चार हजार करोड़ रुपये) की नशीली दवा (मेथामफेटामाइन्स) बरामद

मनीला, एपी। फिलीपींस में सुरक्षा बलों ने चार संदिग्ध चीनी ड्रग्स तस्करों को मार गिराया है। इनके पास से 52 लाख डालर (लगभग चार हजार करोड़ रुपये) की नशीली दवा (मेथामफेटामाइन्स) बरामद की गई है।

फिलीपींस के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख जनरल ग्यूलेर्मो एलिजार ने सोमवार को कहा कि सुरक्षा बलों ने ड्रग्स तस्करों के खिलाफ स्टिंग आपरेशन शुरू किया था। इसी के तहत पामपंगा प्रांत में एंजिल्स शहर के पास के गांव में सुरक्षा बल नकली ग्राहक बनकर तस्करों के पास गए थे। इसी दौरान तस्करों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी। उन्होंने कहा कि मारे गए चीनी तस्कर एक बहुत बड़े ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े हुए थे।

पुर्तगाल के पास पकड़ी गई 5.2 टन कोकीन

समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, पुर्तगाल और स्पेन के अधिकारियों ने समुद्र में सेलबोट (पालों वाला छोटा जहाज) से 5.2 टन कोकीन बरामद की है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पिछले 15 साल में पुर्तगाल में पकड़ी गई यह कोकीन की सबसे अधिक मात्रा है। पुलिस ने बताया कि दुनिया में पहली बार किसी सेलबोट से इतनी भारी मात्रा में कोकीन बरामद की गई है।

ड्रग्स तस्करी पर लगाम लगाने के लिए ऐसे काम कर रहा भारतीय गृह मंत्रालय

भारत का गृह मंत्रालय आतंकवाद की तरह ड्रग्स तस्करी पर लगाम लगाने के लिए काम कर रहा है। मंत्रालय इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की प्रणाली तैयार करने की कोशिश में जुट गया है। आतंकवाद से निपटने के लिए तैयार मल्टी एजेंसी सेंटर (मैक) की तर्ज पर नार्को कोआर्डिनेशन सेंटर (एनकोर्ड) बनाया गया है, जो ड्रग्स तस्करी के मामले से निपटने के लिए काम करेगा। इसके अलावा ड्रग्स के बड़े मामलों की उच्च स्तरीय निगरानी के लिए सिम्स (सीजर इन्फार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम) भी बनाया गया है।

गृह मंत्रालय की तरफ से एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल और निगरानी प्रणाली ड्रग्स तस्करी का पता लगाने में कारगर साबित हो रही है। इसकी मदद से आतंकी गतिविधियों की तरह ड्रग्स तस्करी पर भी नकेल कसने में कामयाबी मिलेगी।

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