कोरोना महामारी के कारण इटली में पैदा हुआ बड़ा आर्थिक संकट, 15 वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंची गरीबी की दर
कोरोना वायरस महामारी के कारण इटली के एक बहुत बड़े वर्ग को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। साल 2021 में इटली में गरीबी की दर बहुत तेजी से बढ़ी है। देश में आज के दौर में गरीबी का दर 15 सालों के उच्चतम स्तर पर है।
रोम, रॉयटर्स। कोरोना वायरस महामारी के कारण इटली के एक बहुत बड़े वर्ग को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। साल 2021 में इटली में गरीबी की दर बहुत तेजी से बढ़ी है। देश में आज के दौर में गरीबी का दर 15 सालों के उच्चतम स्तर पर है। बुधवार को जारी हुए डाटा के मुताबिक कोरोना के कारण इटली के ज्यादातर हिस्सों में आर्थिक संकट पैदा हुआ है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, बीते साल देश के लगभग 56 लाख लोग गरीबी का हालत में थे, जो देश की लगभग 9.4 फीसद आबादी है। इसे आंकड़े को आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने में असमर्थ लोगों का आंकलन करके तैयार किया गया था।
परिवारों के संदर्भ में पिछले साल 20 लाख से ज्यादा परिवार गरीबी की रेखा से नीचे रहे, जो कुल आबादी का 7.7 फीसद हिस्सा है और साल 2019 के 6.4 फीसद के आंकड़े से ऊपर है। 2020 में इटली की अर्थव्यवस्था 8.9 फीसद तक सिकुड़ गई। ये युद्ध के बाद की सबसे बड़ी मंदी थी। कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन के कारण देश के ज्यादातर व्यवसायों की कमर तोड़ दी। लॉकडाउन के कारण देश में रह रहे प्रवासी सबसे ज्यादा परेशान हुए। इनकी आबादी देश में करीब 15लाख है।
हालांकि, देश में गरीबी की हालत में रहने वाले लोगों की डिस्पोजेबल आय राष्ट्रीय औसत से लगभग आधे से भी कम है। वो देश की जनसंख्या के हिसाब से गिर कर 13.5 फीसद हो गई है, जो पिछले साल करीब 14.7 फीसद थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, गिरावट का सबसे बड़ा कारण देशव्यापी खर्च में कमी है। जिसके कारण पूरे देश की आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है।