पेरू की महिला ने जीता इच्छामृत्यु का मुकदमा, तीन दशक से लाइलाज बीमारी से है ग्रस्त

एना एस्ट्राडा तीन दशक से एक लाइलाज बीमारी पॉलीमायोसिटिस से ग्रस्त हैं। इस बीमारी ने धीरे-धीरे उनकी मांसपेशियों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। उन्हें सांस लेने के लिए भी मशीन लगानी पड़ती है। जीत के बाद उन्होंने कहा मैं खुश हूं।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 08:21 AM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 08:21 AM (IST)
पेरू की महिला ने जीता इच्छामृत्यु का मुकदमा, तीन दशक से लाइलाज बीमारी से है ग्रस्त
एस्ट्राडा पांच साल से अपने मौत के अधिकार के लिए लड़ रही थीं।

लीमा, रायटर। पेरू में बीमारी के कारण वर्षो से बिस्तर पर पड़ी रहने को विवश एना एस्ट्राडा ने इच्छामृत्यु के मामले में ऐतिहासिक जीत हासिल की है। यहां इच्छामृत्यु गैरकानूनी होने के बावजूद सरकार ने फैसले के खिलाफ अपील नहीं करने की बात कही है।

44 साल की एस्ट्राडा तीन दशक से एक लाइलाज बीमारी पॉलीमायोसिटिस से ग्रस्त हैं। इस बीमारी ने धीरे-धीरे उनकी मांसपेशियों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। उन्हें सांस लेने के लिए भी मशीन लगानी पड़ती है। जीत के बाद उन्होंने कहा, 'मैं खुश हूं। यह बेशक मेरा मुकदमा था, लेकिन उम्मीद है कि यह एक उदाहरण बनेगा। यह सिर्फ मेरी नहीं, पेरू के कानून एवं न्याय की जीत है।'

एस्ट्राडा पांच साल से अपने मौत के अधिकार के लिए लड़ रही थीं। अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि एस्ट्राडा जब भी अपने जीवन को समाप्त करने का निर्णय लेंगी, उसके 10 दिन के भीतर स्वास्थ्य विभाग उनकी इच्छामृत्यु के लिए उचित व्यवस्था करेगा।

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