फ्रांस में हुए आतंकी हमले से यूरोपीय परिषद हैरान, सदस्‍य बोले-आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे

फ्रांस में हुए आतंकी हमले की अब यूरोपीय परिषद ने निंदा की है। परिषद ने फ्रांस को हरसभंव मदद देने का भी एलान किया है। बता दें कि इससे पहले दुनिया के कई देश फ्रांस के साथ आतंकवाद के खिलाफ खड़े हो रहे हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 12:42 PM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 12:59 PM (IST)
फ्रांस में हुए आतंकी हमले से यूरोपीय परिषद हैरान, सदस्‍य बोले-आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे
फ्रांस में हुए आतंकी हमले पर अब EU ने की निंदा, दिया हरसंभव मदद करने का आश्वसन।

पेरिस, एएनआइ। फ्रांस में हुए आतंकी हमले के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। भारत के बाद अब यूरोपीय परिषद (European Council) ने फ्रांस को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है। आतंकी हमले की निंदा करते हुए परिषद के सदस्यों ने संयुक्त बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि वह इस हमले से काफी दुखी हैं। बयान में कहा गया है कि यूरोपीय नेता, फ्रांस में हुए आतंकवादी हमलों से हैरान और दुखी हैं। इम इन हमलों की कड़ी निंदा करते हैं और आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

परिषद के साझा मूल्यों पर बताया हमला

इसके साथ ही परिषद ने दुनिया भर के देशों से अपील करते हुए कहा कि सभी समुदायों और धर्मों के बीच बातचीत करके सभी मामलों को सुलझाया जाए। संगठन ने यही नहीं रुका उन्होंने हमले को परिषद के साझा मूल्यों पर हमला करार दिया। 

गुरुवार को फ्रांस के नीस शहर में हुई थी तीन लोगों की हत्या

बता दें कि गुरुवार को फ्रांस के नीस शहर में एक चर्च में घुसकर एक महिला समेत तीन लोगों की हत्या कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर ने पहले अल्लाह हूं अकबर के नारे लगाए थे इसके बाद घटना को अंजाम दिया। मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि चर्च में हुए हमले को अंजाम देने वाले हमलावर को पकड़े जाने के दौरान वह घायल हो गया है और उसे अभी अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल पुलिस ने हमलावर का नाम नहीं बताया है।

मलेशिया के पूर्व पीएम का हटाया गया ट्वीट

बता दें कि सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने गुरुवार को मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद के ट्वीट को हटा दिया। दरअसल फ्रांस के शहर नीस में हुए आतंकी हमले को उन्होंने सही ठहराया था। उनके इस विवादित बयान के बाद चारों तरफ विरोध शुरू हो गया था।

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