US-China Tension: अमेरिका से तनाव के बीच दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन की बड़ी तैयारी, स्प्रैटली द्वीप पर उतारे सैन्य विमान

अमेरिका से तनाव के बीच दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में स्प्रैटली द्वीप समूह में बनाए गए सैन्य अड्डे पर चीन बड़ी सैन्‍य साजोसमान एकत्र कर रहा है। चीन ने स्प्रैटली द्वीप समूह मेंकेजे-500 एयरबॉर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट को तैनात किया है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:37 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 08:20 PM (IST)
US-China Tension: अमेरिका से तनाव के बीच दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन की बड़ी तैयारी, स्प्रैटली द्वीप पर उतारे सैन्य विमान
अमेरिका से तनाव के बीच दक्षिण चीन सागर में ड्रैगन की बड़ी तैयारी। फाइल फोटो।

बीजिंग, एजेंसी। अमेरिका से तनाव के बीच दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में स्प्रैटली द्वीप समूह में बनाए गए सैन्य अड्डे पर चीन बड़ी सैन्‍य साजोसमान एकत्र कर रहा है। चीन ने स्प्रैटली द्वीप समूह मेंकेजे-500 एयरबॉर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट को तैनात किया है। हाल में चीन ने दक्षिण चीन सागर के द्वीप के नजदीक एक बड़ा नौसैनिक अभ्यास भी किया था। इसमें चीन के पहले एयरक्राफ्ट कैरियर लियाओनिंग के साथ उसके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ने भी भाग लिया था। चीन के इस कदम से दक्षिण चीन सागर में तनाव बढ़ सकता है। 

सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर दावा अमेरिका का दावा

वॉशिंगटन टाइम्स ने मैक्सार की सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर दावा किया है कि मई और जून में स्प्रैटली द्वीप समूह में बनाए गए सैन्य अड्डे पर चीन ने केजे-500 एयरबॉर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट को तैनात किया है। अमेर‍िका की दूसरी सैटेलाइट तस्वीरों में सूबी रीफ पर बने एयरबेस पर वाई-9 ट्रांसपोर्ट विमान और जेड-8 हैवी ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर खड़े दिखाई दिए। हालांकि, चीन ने अभी इस पर कोई अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह माना जा रहा है कि चीन की इस हरकत से दक्षिण चीन सागर पर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ सकता है। 

इन विमानों को स्थायी रूप से इस द्वीप पर तैनात किया

अमेरिकी नौसेना के पूर्व नेवल इंटेलिजेंस ऑफिसर माइकल डाहम का दावा है कि सैटेलाइट तस्वीरों को देखने से पता चलता है कि चीन ने इन विमानों को स्थायी रूप से इस द्वीप पर तैनात किया हुआ है। उन्होंने बताया कि 2021 के सैन्य गतिविधि में सबसे बड़ा बदलाव चीनी स्पेशल मिशन के के विमान और हेलीकॉप्टरों की सुबी और मिस्चीफ रीफ्स में उपस्थिति है। वहीं, ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के राष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक डॉक्टर ब्रायस वेकफील्ड ने को बताया कि इससे पता चलता है कि चीन इस क्षेत्र पर अपना नियंत्रण बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। 

ड्रैगन की होगी बादशाहत

उन्होंने कहा कि चीन की तैयारी दर्शाती है कि पीएलए ने उन हवाई क्षेत्रों से नियमित हवाई संचालन शुरू किया है। उन्‍होंने कहा कि ऐसे में उस द्वीप के आसपास से गुजरने वाली दूसरे देश की नौसेनाओं के लिए खतरा बढ़ जाएगा। जापानी सरकार ने देश के रक्षा श्वेत पत्र 2020 में कहा था कि चीन स्थानीय समुद्रों में क्षेत्रीय दावे करने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। चीन अपने प्रभाव का विस्तार करने और सामरिक वर्चस्व कायम करने के लिए कोरोनो वायरस महामारी का भी उपयोग कर रहा है। 

क्या काम करते हैं अवाक्स प्लेन

अवाक्‍स या एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग ऐंड कंट्रोल सिस्‍टम एयरक्राफ्ट आधुनिक युद्धशैली का बहुत अहम हिस्‍सा हैं। जब तक ग्राउंड बेस्‍ड रेडार हमलावर फाइटर प्‍लेन, क्रूज मिजाइल, और ड्रोन को खोज पाएं ये उनसे पहले ही उन्‍हें ढूंढ़ लेते हैं। इसके अलावा ये दुश्‍मन और दोस्‍त फाइटर प्‍लेन्‍स के बीच आसानी से अंतर कर पाते हैं। इनकी मदद से दुश्‍मन की हर हरकत पर नजर रखी जा सकती है।

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