जर्मनी में डॉक्टरों को सुरक्षा के लिए नहीं मिली पीपीई किट तो कपड़े उतारकर किया विरोध

जर्मनी में डॉक्टरों को सुरक्षा के लिए पीपीई किट नहीं मिल रही है इसको लेकर उन्होंने बिना कपड़ों के बैठकर फोटो खींचे और उसको सोशल मीडिया पर शेयर भी किया।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Wed, 29 Apr 2020 03:16 PM (IST) Updated:Wed, 29 Apr 2020 03:16 PM (IST)
जर्मनी में डॉक्टरों को सुरक्षा के लिए नहीं मिली पीपीई किट तो कपड़े उतारकर किया विरोध
जर्मनी में डॉक्टरों को सुरक्षा के लिए नहीं मिली पीपीई किट तो कपड़े उतारकर किया विरोध

जर्मनी, एजेंसी। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया प्रभावित है, लाखों लोग अब तक इससे अपनी जान गंवा चुके हैं। लाखों लोग संक्रमित है और अपना इलाज करवा रहे हैं। विश्व के कई देशों में हालात बद से बदतर है। ऐसे में फ्रंट लाइन वॉरियर्स के लिए सबसे बड़ी मुश्किल है।

डॉक्टर और पुलिसकर्मियों को अपनी सुरक्षा के लिए किट भी नहीं मिल पा रही है। संक्रमितों का इलाज कर रहे डॉक्टरों के लिए सबसे मुश्किल वक्त है, सुरक्षा किट न होने से वो भी बीमार हो रहे हैं और उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जर्मनी के डॉक्टरों को भी इन दिनों ऐसी ही समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

दरअसल जर्मनी के डॉक्टर पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की कमी से जूझ रहे हैं। मेडिकल स्टाफ पीपीई सूट न मिलने पर विरोध जता रहे हैं। जर्मनी के डॉक्टरों के विरोध जताने का ये तरीका सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इन डॉक्टरों ने प्रदर्शन का तरीका ये रखा कि उन्होंने अपने कपड़े उतार दिए, उसके बाद उन्होंने अपनी क्लीनिक पर बैठकर वहां आने वाले मरीजों की जांच भी की। सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें भी पोस्ट की गई। कुछ डॉक्टरों ने तो इस तरह के प्रदर्शन के लिए अपनी फोटो भी खिंचवाई और उसे शेयर भी किया।

फिलहाल जर्मनी में अब तक कोरोना के एक लाख 58 हजार 758 मामले सामने आ चुके हैं, इससे संक्रमित होकर 6 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। दरअसल डॉक्टरों ने इस तरह से प्रदर्शन करके ये दिखाया कि उनके पास सुरक्षा के लिए प्रॉपर उपकरण नहीं है। यदि उपकरण नहीं होंगे तो कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज करना मुश्किल होगा। जब वो खुद को ही असुरक्षित महसूस करेंगे तो किसी मरीज का इलाज विश्वास के साथ कैसे कर पाएंगे।  

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