श्रीलंका पहुंचा कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट, पहला मामला सामने आने के बाद लोगों में खौफ
डेल्टा वैरिएंट का पहला मामला भारत में सामने आया था और इसे बीमारी का अधिक संक्रमणीय वैरिएंट माना जाता है। नए साल के उत्सव और इस दौरान बाजारों में भीड़-भाड़ के बाद देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है।
कोलंबो, एपी। श्रीलंका में कोरोना वायरस के खतरनाक डेल्टा वैरिएंट के पहले मामले का पता चला है। अधिकारियों ने बताया कि समुदाय में डेल्टा वैरिएंट का पहला मामला सामने आया है। श्री जयवर्धनेप्रा विश्वविद्यालय के इम्यूनोलॉजी और मॉलिक्यूलर मेडिसिन के निदेशक डॉ. चंडीमा जीवनंदरा का कहना है कि राजधानी कोलंबो से एकत्र किए गए पांच नमूनों में डेल्टा वेरिएंट का पता चला है।
डॉ. जीवनंदरा का कहना है कि यहां इस वैरिएंट का पहला मामला सामने आया है। इससे पहले, क्वारंटीन सुविधा में दो लोगों में डेल्टा वैरिएंट का संक्रमण पाया गया था। बता दें कि डेल्टा वैरिएंट का पहला मामला भारत में सामने आया था और इसे बीमारी का अधिक संक्रमणीय वैरिएंट माना जाता है। नए साल के उत्सव और इस दौरान बाजारों में भीड़-भाड़ के बाद देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। श्रीलंका में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 230,692 मामले सामने आ चुके हैं और 2,374 लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्रिटेन में संक्रमण के मामलों में 50% वृद्धि के लिए जिम्मेदार : अध्ययन
एक अध्ययन में दावा किया गया है कि ब्रिटेन में मई से कोरोना संक्रमण के मामलों में 50 फीसद बढ़ोतरी के लिए डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदार है। इंपीरियल कॉलेज लंदन के नेतृत्व में एक अध्ययन में पाया गया कि डेल्टा वैरिएंट के तेजी से प्रसार ने मई से इंग्लैंड में संक्रमण में 50 फीसद की वृद्धि की है।
एक अन्य अध्ययन में सामने आया है कि सिर्फ 11 दिन में ही यह वैरिएंट संक्रमितों की संख्या दोगुनी कर रहा है। इस अध्ययन के तहत 20 मई से सात जून के बीच एक लाख स्वैब का टेस्ट किया गया। इसमें 0.15 फीसद लोगों में यह जानलेवा वायरस मौजूद पाया गया। इस अध्ययन में शामिल वैज्ञानिकों ने जो आंकड़ा दिया उसके मुताबिक, औसतन इस स्ट्रेन से संक्रमित 10 लोग 14 और लोगों को संक्रमित कर सकते हैं।