कोपेनहेगन ने एक बार फिर विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की लिस्ट में टॉप पर, चौथी बार आया अव्वल

कोपेनहेगन ने एक बार फिर विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की लिस्ट में पहला स्थान हासिल किया है। मीडिया आउटलेट मोनोकल द्वारा कराए गए एक सर्वे में डेनमार्क की राजधानी ने चौथी बार ये सम्मान हासिल किया है। 2007 में पहली बार ये सर्वे कराया गया था।

By Amit KumarEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 10:13 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 10:13 PM (IST)
कोपेनहेगन ने एक बार फिर विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की लिस्ट में टॉप पर, चौथी बार आया अव्वल
कोपेनहेगन ने एक बार फिर विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की लिस्ट में पहला स्थान हासिल किया है।

ज्यूरिख, रॉयटर्स: डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन ने एक बार फिर विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की लिस्ट में पहला स्थान हासिल किया है। मीडिया आउटलेट मोनोकल द्वारा कराए गए एक सर्वे में डेनमार्क की राजधानी ने चौथी बार ये सम्मान हासिल किया है। मीडिया आउटलेट ने पहली बार साल 2007 में जीवन की गुणवत्ता के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों का सर्वे कराया था। तभी से कोपेनहेगन चार बार ये सम्मान हासिल कर चुका है।

विश्व में फैली कोरोना महामारी के चलते पिछले साल मोनोकल ने ये सर्वे नहीं कराया था। लेकिन मौजूद साल में मीडिया आउटलेट ने एक बार फिर विश्व के सर्वश्रेष्ठ शहरों की रैंकिंग जारी की है। इस साल ज्यूरिख, हेलसिंकी, स्टॉकहोम और टोक्यो ने शीर्ष पांच बेहतरीन शहरों में जगह बनाई है।

मोनोकल मैगजीन के चीफ एडीटर एंड्रयू टक ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि कोपेनहेगन उन शहरों में से एक है, जहां हर किसी के जीवन को बेहतर गुणवत्ता देने की वास्तविक महत्वाकांक्षा है। इस शहर में एक साफ वातावरण बनाने की महत्वाकांक्षाएं अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ हैं। इसी का नतीजा है कि ये शहर सालों-साल इनाम का हकदार बनता है।

मैगजीन द्वारा इस साल कराए गए सर्वे में ये पता लगाने की कोशिश की गई थी कि विश्व के किन शहरों ने पिछले महीनों में बुनियादी तौर पर काम किया है। जैसे कि शहर में बेहतर निर्माणकार्य, अर्थव्यवस्था की मजबूती, सांस्कृतिक परिवेश के साथ मूलभूत सुविधाओं पर किसने ध्यान दिया है। इस दौरान ये भी सुनिश्चित किया गया कि शहर में चल रही परियोजनाओं से यातायात और प्रकृति की क्या प्रवृत्ति है। इस साल उद्यमियों को समर्थन देने के लिए नागरिक नेतृत्व और अच्छी आवास नीतियां पर भी अधिक जोर दिया गया है।

संपादकीय निदेशक टायलर ब्रूले ने बताया कि, इस साल सर्वे कराना बिल्कुल भी आसान नहीं था। लेकिन हमने अपनी पूरी कोशिश करी कि, सर्वे के दौरान सुरक्षा, बुनियादी नियम और काम करने के तरीके में कोई चूक न हो।

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