ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती के लिए संयुक्त राष्ट्र की समय सीमा से चूके चीन और भारत
चीन और भारत उन कई देशों में शामिल हैं जिन्होंने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती के लिए अपनी नई योजनाएं प्रस्तुत करने की खातिर संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन एजेंसी द्वारा निर्धारित 30 जुलाई की समय सीमा की अनदेखी कर दी।
बर्लिन, एपी। चीन और भारत ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती के लिए अपने नए लक्ष्य प्रस्तुत करने की खातिर संयुक्त राष्ट्र की समय सीमा से चूक गए हैं।
चीन और भारत ने की ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती की अनदेखी
चीन और भारत उन कई देशों में शामिल हैं, जिन्होंने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती के लिए अपनी नई योजनाएं प्रस्तुत करने की खातिर संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन एजेंसी द्वारा निर्धारित 30 जुलाई की समय सीमा की अनदेखी कर दी।
चीन दुनिया में सबसे ज्यादा उत्सर्जन वाला देश, अमेरिका दूसरा और भारत तीसरे नंबर पर
चीन दुनिया में सबसे ज्यादा उत्सर्जन वाला देश है, जबकि भारत तीसरे नंबर पर है। अमेरिका दूसरा सबसे बड़ा वैश्विक उत्सर्जक है और उसने अप्रैल में अपना नया लक्ष्य प्रस्तुत किया था।
पैट्रीसिया एस्पिनोसा ने कहा: केवल 58 फीसद देशों ने नए लक्ष्यों को समय पर किया पेश
संयुक्त राष्ट्र की जलवायु प्रमुख पैट्रीसिया एस्पिनोसा ने इस बात का स्वागत किया कि संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क सम्मेलन के 110 हस्ताक्षरकर्ताओं ने निर्धारित तारीख तक योजना को प्रस्तुत किया। लेकिन उन्होंने कहा कि यह संतोषजनक स्थिति से बहुत दूर है कि केवल 58 फीसद ने अपने नए लक्ष्यों को समय पर प्रस्तुत किया।
सऊदी अरब समेत 82 देश संरा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर योजना को अपडेट करने में रहे विफल
सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, सीरिया और 82 अन्य राष्ट्र भी संयुक्त राष्ट्र के लिए राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान या योजना को अपडेट करने में विफल रहे।