90 हजार आव्रजकों को अपना स्थाई निवासी बनाएगा कनाडा, भारतीयों को होगा लाभ
अन्य विदेशी छात्रों के मुकाबले भारतीय छात्रों को इस प्रोग्राम से अधिक लाभ मिलेगा चूंकि कनाडा में ऐसे भारतीय आव्रजकों की तादाद 2020 में 220000 थी। यह तादाद कनाडा में सभी विदेशी छात्रों की कुल संख्या का एक-तिहाई से अधिक है।
टोरंटो, आइएएनएस। कनाडा में बुधवार से शुरू हो रहे नए आव्रजन कार्यक्रम से भारतीय छात्रों को बहुत फायदा होने वाला है। इस आव्रजन कार्यक्रम के तहत कनाडा में पहले से रह रहे 90 हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों और अस्थाई आवश्यक कर्मचारियों को स्थाई निवासी (पीआर) का दर्जा दिया जाएगा। इसके तहत 40 हजार अंतरराष्ट्रीय छात्रों, 30 हजार अस्थाई कर्मचारियों और स्वास्थ्य क्षेत्र के 20 हजार अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई निवासी का दर्जा देने के लिए चयनित किया जाएगा।
कनाडा में अंतरराष्ट्रीय छात्रों (जिनमें भारतीयों की बहुतायत है) को स्थायी निवासी की मान्यता मिलेगी जो पिछले चार सालों में इसी देश में पोस्ट सेकेंड्री प्रोग्राम पूरा कर चुके हैं। विदेशी कर्मचारियों को स्वास्थ्य क्षेत्र या अन्य आवश्यक कार्यों में कनाडा में कम से कम एक साल का कार्य करने का अनुभव होना चाहिए। अन्य विदेश छात्रों के मुकाबले भारतीय छात्रों को इस प्रोग्राम से अधिक लाभ मिलेगा चूंकि कनाडा में ऐसे भारतीय आव्रजकों की तादाद 2020 में 2,20,000 थी। यह तादाद कनाडा में सभी विदेशी छात्रों की कुल संख्या का एक-तिहाई से अधिक है। इस वैश्विक महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानें ठप होने से पहले कनाडा ने 2020 में 3,41,000 आव्रजकों का चयन करने का मन बनाया था। पिछले साल के आव्रजन कार्यक्रम पूरा न होने की भरपाई के लिए इस साल कनाडा ने चार लाख एक हजार आव्रजकों को स्थाई निवासी का दर्जा देने का फैसला किया है।
इस कार्यक्रम की महत्ता को स्पष्ट करते हुए कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्को मेंडिसिनो ने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण आवश्यक सेवाओं में नए लोगों का रास्ता बनने की नई किरण है। हम आर्थिक सुधार में इन लोगों की भूमिका की अहमियत को समझते हैं। इससे इन लोगों को कनाडा में अपनी जड़ें जमाने का मौका मिलेगा और कनाडा को भी उभरने में मदद मिलेगी। हमारा आव्रजकों के लिए इतना ही संदेश है कि आपका दर्जा भले ही अस्थाई हो पर आपका योगदान अनंत है और हम चाहते हैं कि आप यहां रुकें।