फ्रांस में मारे गए शिक्षक को सर्वोच्च पुरस्कार, राष्ट्रपति मैक्रों बोले- यादों में आज भी वह जीवित

राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा हम सभी के दिलों और यादों में आज भी वह शिक्षक जीवित। कट्टरपंथियों के खिलाफ सरकार के तेवर सख्त हो गए हैं। सरकार ने शेख यासिन इस्लामिस्ट एसोसिएशन को प्रतिबंधित कर दिया है। इसका संस्थापक अब्देल्हाकिम सेफरिओई शिक्षक की हत्या के मामले में हिरासत में है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 07:12 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 07:12 PM (IST)
फ्रांस में मारे गए शिक्षक को सर्वोच्च पुरस्कार, राष्ट्रपति मैक्रों बोले- यादों में आज भी वह जीवित
फ्रांस में मारे गए शिक्षक को सर्वोच्च पुरस्कार।

पेरिस, एएनआइ। फ्रांस में कट्टरपंथियों के हाथों मारे गए स्कूल शिक्षक को श्रद्धांजलि दी गई। इस कार्यक्रम का नेतृत्व राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने किया। पेरिस के सोरबोन विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षक सैमुअल पैटी को मरणोपरांत फ्रांस का सर्वोच्च पुरस्कार लीजन डेऑनर प्रदान किया गया।

इस दौरान मैक्रों ने कहा कि हम सभी के दिलों और यादों में आज भी वह जीवित हैं। उन्होंने हमारे सोचने के तरीके को ही बदल दिया। इस शिक्षक ने हमें खुद पर विश्वास करना सिखाया। वह उन शिक्षकों में से एक हैं जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता।

वहीं, कट्टरपंथियों के खिलाफ सरकार के तेवर सख्त हो गए हैं। सरकार ने शेख यासिन इस्लामिस्ट एसोसिएशन को प्रतिबंधित कर दिया है। इसका संस्थापक अब्देल्हाकिम सेफरिओई शिक्षक की हत्या के मामले में हिरासत में है।

गौरतलब है कि विगत दिनों कक्षा में पैगंबर मुहम्मद के कैरिकेचर दिखाने के बाद इतिहास के शिक्षक सैमुअल पैटी की पेरिस में हत्या कर दी गई थी। इसमें कट्टरपंथियों का हाथ बताया गया है। हालांकि, 18 वर्षीय हत्यारे युवक पुलिस की मुठभेड़ में मारा जा चुका है। वह चेचेन्या का शरणार्थी था। उसने सिर कलम करने  का वीडियो भी बनाया  था और क्लिप को ऑनलाइन पोस्ट कर दिया था।

मस्जिद को नुकसान पहुंचाने की धमकी

दक्षिण-पश्चिम फ्रांस के बोर्डिआक्स और बेजियर्स शहरों की मस्जिदों में हिंसा की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। गृह मंत्री गेराल्ड डर्मानिन ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि इस तरह के हिंक कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

फ्रांस ब्ल्यू रेडियो ने मंगलवार देर रात अपनी वेबसाइट पर सूचना दी थी कि बेजियर्स में अर-रहमा मस्जिद के लोगों ने पुलिस से शिकायत की है कि उन्हें फेसबुक पर नफरत भरे संदेशों के साथ ही मस्जिद में आग लगाने की धमकी मिली है। यह धमकी उस घटना के बाद मिली है जिसमें एक युवक ने पैगंबर मुहम्मद के कैरिकेचर दिखाने के लिए एक फ्रांसीसी इतिहास के शिक्षक की पेरिस में हत्या कर दी थी। प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स ने मंगलवार को संसद में कहा था कि फ्रांस के भविष्य को खतरे में डालने वालों से निबटने के लिए एक कड़े कानून की जरूरत है।

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