रोजगार की तलाश में सीमा पार से आ रहे हैं बांग्लादेशी, बेहद शांतिपूर्ण मानी जाती है भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा

सबसे ज्यादा शांतिपूर्ण मानी जाने वाली भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिछले पांच माह में सौ से ज्यादा लोगों को घुसपैठ करते हुए पकड़े जाने के बाद उनके वतन को लौटाया गया। इनमें से अधिकांश काम की तलाश में सीमा पार कर आए थे।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 01:57 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 01:57 PM (IST)
रोजगार की तलाश में सीमा पार से आ रहे हैं बांग्लादेशी, बेहद शांतिपूर्ण मानी जाती है भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा
रोजगार की तलाश में सीमा पार से आ रहे हैं बांग्लादेशी

नई दिल्ली, आइएएनएस। सबसे ज्यादा शांतिपूर्ण मानी जाने वाली भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिछले पांच माह में सौ से ज्यादा लोगों को घुसपैठ करते हुए पकड़े जाने के बाद उनके वतन को लौटाया गया। इनमें से अधिकांश काम की तलाश में सीमा पार कर आए थे। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अनुसार 2018 से अब तक 577 बांग्लादेशी घुसपैठियों को सीमा रक्षण बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंपा गया है।

करीब 4096 किमी. की यह सीमा सबसे शांत मानी जाती है। घुसपैठ करने वालों में अधिकांश आसपास के गांवों के ही महिलाएं, बच्चे और पुरुष हैं। सबसे ज्यादा घुसपैठ पश्चिम बंगाल की सीमा से होती है। उक्त अवधि में पश्चिम बंगाल की सीमा से 480 बांग्लादेशी घुसपैठिए देश में आए, जिन्हें बीएसएफ ने पकड़ लिया। इस सीमा पर मवेशी, ड्रग्स, नकली भारतीय मुद्रा की भी तस्करी होती रही है। इसको रोकने के लिए तकनीकी स्तर पर रोकथाम की पुख्ता व्यवस्था की गई है।

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