बांग्लादेश में नहीं थम रही सांप्रदायिक हिंसा, कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के 20 घर जलाए
यह घटना पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में घटी है। बताया गया कि इस घटना में 20 घर बुरी तरह जल गए हैं। स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष के अनुसार कुछ कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के 65 घरों को आग के हवाले कर दिया था।
ढाका, एएनआइ। बांग्लादेश में अभी भी सांप्रदायिक हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं। अब रंगपुर उपजिला पीरगंज में हिंदुओं के घरों में आग लगाने का मामला सामने आया है। यह घटना रविवार की है, जिसमें 20 घर बुरी तरह जल गए हैं। बांग्लादेश के मीडिया हाउस ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना पीरगंज के एक गांव रामनाथपुर यूनियन में माझीपारा के जेलपोली में घटी है। बताया गया कि इस घटना में 20 घर बुरी तरह जल गए हैं। हालांकि स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष के अनुसार कुछ कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के 65 घरों को आग के हवाले कर दिया था।
पुलिस के मुताबिक, यह मामला एक सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा हुआ है, जिसके बाद यह तनाव पैदा हो गया है। एक हिंदू शख्स पर एक धार्मिक आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इस युवक को तो सुरक्षा मुहैया कराई और उसके घर को भी सुरक्षित कर लिया, लेकिन उपद्रवियों ने उस लोकेशन में आसपास के 15-20 घरों में आग लगा दी। इस मामले में चेयरमैन मोहम्मद सादकुल इस्लाम ने ढाका ट्रिब्यून को बताया, 'वे हमलावर जमात-ए-इस्लामी और उसकी छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिबिर की स्थानीय इकाइयों के थे।' दमकल सेवा को घटना की सूचना रात करीब 9:50 बजे मिली। इसके बाद पीरगंज, मीठापुकुर और रंगपुर शहर से दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर पहुंचीं। वे सोमवार सुबह तीन बजे तक घटनास्थल पर रहे।
नानुआर दिघी के तट पर एक दुर्गा पूजा स्थल पर पवित्र कुरान के कथित अपमान के बारे में सोशल मीडिया पर खबर आने के बाद बांग्लादेश में कई जगहों पर सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई। इस दौरान चांदपुर, चटगांव, गाजीपुर, बंदरबन, चपैनवाबगंज और मौलवीबाजार में कई पूजा स्थलों में तोड़फोड़ की गई। इन झड़पों में कई लोग हताहत हुए हैं। बांग्लादेश के नोआखली जिले के बेगमगंज उपजिला में शुक्रवार को हुए एक हमले में जतन कुमार साहा नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। साथ ही, बांग्लादेश के नोआखली जिले में शुक्रवार को भीड़ ने इस्कान मंदिर पर हमला किया और समुदाय के अनुसार, इसके एक सदस्य की मौत हो गई।