Stabbing Attack On Bangladesh Journalist: मां से मिलने पहुंचे पत्रकार को इस शख्स ने घोंपा छुरा, हालात गंभीर

Stabbing Attack On Bangladesh Journalist बंग्लादेश में पिछली दुश्मनी के चलते एक शख्स ने एक पत्रकार के छुरा घोंप दिया। पत्रकार की स्थिति गंभीर बनी बुई है। मामला जशोर जिले का है। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 12:23 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 12:23 PM (IST)
Stabbing Attack On Bangladesh Journalist: मां से मिलने पहुंचे पत्रकार को इस शख्स ने घोंपा छुरा, हालात गंभीर
मां से मिलने पहुंचे बंग्लादेशी पत्रकार पर हमला।

ढाका, एएनआइ। बंग्लादेश में एक पत्रकार पर हमला करने का मामला सामने आया है। जशोर जिले में हमलावार ने पत्रकार के छुरा घोंप दिया। पत्रकार की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हमले के पीछे पत्रकार संग आरोपित की पिछली दुश्मनी बताई जा रही है। यह घटना सोमवार को शरसा अपज़िला के नवरन सतखीरा इलाके में हुई जब वह अपनी मां से मिलने गया। संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

पत्रकार की हुई पहचान

पत्रकार की पहचान 35 वर्षीय नाज़रुल इस्लाम के रूप में हुई है। जो 'सम्पतो देशकाल' और  'बार्टा कंठो' के दैनिक समाचार पत्र में कार्य करते हैं। न्यूज एजेंसी आइएनएस को डेली स्टार न्यूजपेपर ने इसकी जानकारी दी। 

बता दें कि देश दुनिया में पत्रकारों से हमले की घटना आती रहती है। इससे पहले भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में हाल ही में एक पत्रकार संग मारपीट का मामला सामने आया था। इस मामले में अवैध रेत खनन की स्टोरी करने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पत्रकारों संग मारपीट करने का आरोप लगा था। 

दे हफ्ते पहले दुनिया के अनेक देशों में प्रेस की आजादी का हनन हो रहा है इस क्रम में कई पत्रकारों पर हमला का मामले आने पर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई थी। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस  (UN Secretary-General Antonio Guterres) ने दुनिया भर में पत्रकारों पर हो रहे हमले की निंदा की थी। गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा, ' दुनिया भर में पत्रकारों और मीडिया कर्मियों पर हमले से महासचिव चकित हैं ।' यह जानकारी शिन्हुआ न्यूज एजेंसी की ओर से दी गई है जिसमें स्टीफन दुजार्रिक (Stephane Dujarric) का हवाला दिया गया है।

गुटेरेस ने कहा कि शांति, न्याय, सतत विकास और मानवाधिकारों के लिए प्रेस की आजादी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोई भी लोकतंत्र प्रेस की आजादी के बिना काम नहीं कर सकता, जो कि लोगों और संस्थाओं के बीच विश्वास की नींव है। उन्होंने कहा कि  जब मीडियाकर्मियों को निशाना बनाया जाता है तो इसका परिणाम पूरे समाज का भुगतना पड़ता है। 

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