मनगढ़ंत तरीके से विदेशियों को हिरासत में ले रहा चीन! आस्ट्रेलिया ने जारी की एडवाइजरी
आस्ट्रेलिया ने ट्रेवल एडवाइजरी के जरिए अपने नागरिकों को चीन जाने से मना किया है। सरकार को डर है कि उन्हें वहां पर हिरासत में लिया जा सकता है।
कैनबरा (एपी)। आस्ट्रेलिया ने अपने नागरिकों को आगाह किया है कि यदि वे चीन जाते हैं तो वहां पर उन्हें मनगढ़ंंत तरीके से हिरासत में लिया जा सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेन अफेयर्स एंड ट्रेड की तरफ से जारी एक ट्रेवल एडवाइजरी में कहा गया है कि चीन विदेशी नागरिकों को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए उन्हें हिरासत में ले रहा है। ऐसे में आस्ट्रेलियाई नागरिक का वहां जाना खतरे से खाली नहीं है।
हालांकि विभाग की तरफ से जारी इस एडवाइजरी में ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि इस चेतावनी के पीछे क्या वजह है। हालांकि माना जा रहा है कि आस्ट्रेलिया उन 66 देशों में शामिल है जिसने कोरोना वायरस के स्रोत की स्वतंत्र जांच करने एक मसौदे पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे चीन चिढ़ा हुआ है और इस तरह की कार्रवाई कर रहा है। आपको बात दें कि बीते वर्ष दिसंबर में चीन के वुहान शहर से ही जानलेवा कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैला था और आज इसके पूरी दुनिया में 1 करोड़ से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। वहीं इसकी वजह से पूरी दुनिया में अब तक 5.40 लाख से अधिक मौत हो चुकी हैं। मौजूदा समय में कोरोना वायरस की चपेट में सबसे अधिक अमेरिका है जहां पर 30 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 1.30 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
आपको यहां पर ये भी बताना जरूरी होगा कि पिछले दिनों आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा था कि उनकी सरकार चीन से खतरे के मद्देनजर हांगकांग के लोगों को सुरक्षित ठिकाना मुहैया करवा सकती है। दरअसल, पिछले दिनों चीन द्वारा विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के हांगकांग में लागू होने के बाद से ही वहां के लोगों पर बंदिशें बढ़ गई हैं। आस्ट्रलिया ने यांग हेंगजुन को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार करने पर भी चीन की काफी आलोचना की थी। यांग की गिरफ्तारी मार्च में की गई थी। वहीं दूसरी तरफ चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि आस्ट्रेलिया द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। साथ ही चीन अपने यहां पर मौजूद हर विदेशी के मानवाधिकारों और उसकी सुरक्षा की गारंटी देता है।
मंत्रालय की तरफ से ये भी कहा गया है कि चीन के नियमों और कानूनों को मानने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को इससे डरने की जरूरत नहीं है। आपको बता दें कि चीन में इस वायरस के प्रकोप को देखते हुए आस्ट्रेलिया ने अपने नागरिकों के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था। लिहाजा इस नई एडवाइजरी का असर कुछ ज्यादा नहीं पड़ने वाला है। वहीं आस्ट्रेलिया में मौजूद वो चीनी नागरिक जो स्वदेश लौटना चाहते हैं उन्हें जितना जल्दी हो ऐसा करने की सलाह भी दी गई है। पिछले साल आई एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन ने मनमानी और गुप्त तरीके से हिरासत में लेने को वैध कर दिया है। इस रिपोर्ट में यहां तक कहा गया था कि यहां पर प्रताडि़त करने और झूठे बयानों पर हामी भरने का भी खतरा बढ़ गया है।
आपको यहां पर ये भी बता दें कि ऑस्ट्रेलिया जानलेवा कोरोना वारयस फिर तेजी से उभर रहा है। इसको देखते हुए मेलबर्न समेत विभिन्न क्षेत्रों में छह सप्ताह के लिए लॉकडाउन फिर से लागू कर दिया गया है। पीटीआई के मुताबिक बीते 24 घंटों में कोरोना के 191 नए मामले सामने आने के बाद यह निर्णय लिया गया है। इस लॉकडाउन के दौरान लोगों को सिर्फ कुछ जरूरी काम के लिए ही घर से बाहर निकलने की इजाजत दी गई है। इस दौरान केवल जरूरी सामान खरीदने, दवाइयां खरीदने, व्यायाम और अध्ययन कार्यों के लिए ही लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति होगी।
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