ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री भारत के लिए विशेष व्यापार दूत नियुक्त, द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों के मद्देनजर लिया गया फैसला
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री टोनी एबॉट को भारत के लिए विशेष व्यापार दूत नियुक्त किया गया है। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन ने यह नियुक्ति दी गई है ताकि द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को पूरी क्षमता के साथ आर्थिक संबंधों की मजबूती के लिए बढ़ाया जा सके।
नई दिल्ली, एजेंसियां: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री टोनी एबॉट को भारत के लिए विशेष व्यापार दूत नियुक्त किया गया है। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन के तरफ से ये नियुक्ति दी गई है, ताकि द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को पूरी क्षमता के साथ आर्थिक संबंधों की मजबूती के लिए बढ़ाया जा सके। जानकारी के मुताबिक, एबॉट 2 से 6 अगस्त तक भारत में ही रहेंगे और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए मंत्रियों और देश के व्यापारियों मुलाकात करेंगे।
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी.ओ.फैरेल ने सोमवार को कहा कि, इस वक्त दोनों देशों के संबंध ऐतिहासिक ऊंचाई पर हैं। साल 2020 में, पीएम मोदी और पीएम मॉरिसन ने संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया था और हम अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने और आर्थिक संबंधों को अगले स्तर तक ले जाने की मंशा रखता है।
फेरेल ने अपने एक बयान में कहा कि, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ने से कोविड-19 महामारी के कारण आई मंदी से उभरने में मदद मिलेगी, साथ ही एक सुरक्षित आपूर्ति श्रृंखला का भी निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि, एबॉट को एजेंडे में बढ़ोतरी के लिए ही विशेष व्यापार दूत नियुक्त किया गया है। वह 2 से 6 अगस्त तक भारत में हैं और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को सक्रिय करने के लिए मंत्रियों, व्यापारियों और थिंक टैंक के साथ बैठक के लिए उत्सुक हैं।
फेरेल जानकारी देते हुए बताया कि, एबॉट भारत-ऑस्ट्रेलिया ‘व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते’ पर चर्चा के लिए उत्सुक हैं। इस समझौते से भारतीय और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को समानांतर लाभ मिलेगी और हमारे आर्थिक संबंधों में मजबूती आएगी। गौरतलब है कि, भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही क्वाड, कॉमनवेल्थ, हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (आईओआरए), आसियान रीजनल फोरम के सदस्य हैं।