स्पेन के मायोर्का द्वीप पर दिखे अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा, चीनी नियामकों से तनातनी के बाद पहली विदेश यात्रा

अरबपति चीनी कारोबारी गत वर्ष उस समय नियामकों के निशाने पर आ गए थे जब उन्होंने सार्वजनिक रूप से चीनी नियामक प्रणाली की आलोचना की थी। उसके बाद चीनी नियामकों ने उनके कारोबार की जांच शुरू कर दी थी।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 10:43 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 10:45 AM (IST)
स्पेन के मायोर्का द्वीप पर दिखे अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा, चीनी नियामकों से तनातनी के बाद पहली विदेश यात्रा
स्पेन के मायोर्का द्वीप पर दिखे अलीबाबा ग्रूप के संस्थापक जैक, चीनी नियामकों से तनातनी के बाद पहली विदेश यात्रा

मायोर्का, रायटर। गत वर्ष चीनी नियामकों से तनातनी के बाद पहली विदेश यात्रा पर निकले अलीबाबा समूह के संस्थापक जैक मा स्पेन के मायोर्का द्वीप पर देखे गए। स्पेनिश अखबारों में बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि जैक मा की लग्जरी याट ने द्वीप पर लंगर डाला था।

अरबपति चीनी कारोबारी गत वर्ष उस समय नियामकों के निशाने पर आ गए थे, जब उन्होंने सार्वजनिक रूप से चीनी नियामक प्रणाली की आलोचना की थी। चीनी नियामकों ने उनके कारोबार की जांच शुरू करते हुए एंट ग्रुप के 37 अरब डालर के आइपीओ पर रोक लगा दी थी।

डायरियो दी मायोर्का ने लिखा कि जैक मा मंगलवार को एंद्राच द्वीप पर देखे गए। वह स्थानीय स्टोर से घरेलू सामान खरीद रहे थे। उनकी याट पिछले कुछ दिनों से मायोर्का के उत्तर-पश्चिमी तटों के किनारे घूम रही है। याट ने बुधवार को सांता पोंसा शहर में लंगर डाला। सूचना पर छायाकार वहां पहुंचे, लेकिन जैक मा को नहीं देख सके। उधर, समाचार पत्र ईआइ पेस ने बताया कि जैक मा ने शनिवार को कई चीनी कारोबारियों व सुरक्षा कर्मियों के साथ बलेयारिक द्वीप का दौरा किया।

बता दें कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग अपने देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त मशहूर लोगों को पश्चिमी देशों का उत्पाद मानते हैं। यही कारण है कि वह जैक मा जैसे बड़े उद्योगपतियों और झाओ वेई जैसी प्रसिद्ध अभिनेत्रियों पर शिकंजा कस रहे हैं। लेखक जेमी सीडेल ने अपने एक लेख में लिखा है कि चीन में बदलाव की बयार चल रही है। यह राष्ट्रपति शी चिनफिंग की बदल रही नीतियों के कारण है। जहां अब जैक मा, झाओ वेई, फैन बिंगबिंग जैसी तमाम हस्तियों पर नियमों का हवाला देते हुए शिकंजा कसा जा रहा है।

टैक्स चोरी के आरोप में उनके सभी कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। जेमी सीडेल लिखते हैं कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की इन कार्रवाईयों से लगता है कि वे अरबपति और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर इन हस्तियों को अपने प्रतिस्पर्धी के रूप में देखते हैं। जुलाई में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सौ साल पूरे होने के बाद से उनकी यह योजना पूरी तरह से सामने आ गई है।

chat bot
आपका साथी