अफगानिस्तान में जारी हिंसा के बीच बाघलान की अग्रिम चौकियों को सेना ने अपने कब्जे में लिया

बाघलान में अफगान सेना की कमांडो फोर्स के उत्तरी रेजिमेंट के कमांडर सैफिकुल्लाह अमीरी ने शनिवार को बताया कि जिले में और सेना आ गई है और तालिबान के कब्जे में पहले आई तीन चौकियों पर वापस कब्जा कर लिया गया है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 05:50 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 05:50 PM (IST)
अफगानिस्तान में जारी हिंसा के बीच बाघलान की अग्रिम चौकियों को सेना ने अपने कब्जे में लिया
अमेरिका, नाटो, यूरोपीय संघ ने की अफगानिस्तान में हिंसा की निंदा

बाघलान, एएनआइ। अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत के दहाना-ई-गोरी जिले में अफगान नेशनल आर्मी की कमांडो फोर्स ने पिछले तीन दिनों में तालिबान से लड़ाई में बाघलान की कई अग्रिम चौकियों को वापस अपने कब्जे में ले लिया है। इस बीच अमेरिका, नाटो और यूरोपीय संघ ने संयुक्त बयान जारी करके अफगानिस्तान में जारी हिंसा को रोकने की मांग की है। साथ ही नागरिकों की मौत रोकने को कहा है।

टोलो न्यूज के मुताबिक, बाघलान में अफगान सेना की कमांडो फोर्स के उत्तरी रेजिमेंट के कमांडर सैफिकुल्लाह अमीरी ने शनिवार को बताया कि जिले में और सेना आ गई है और तालिबान के कब्जे में पहले आई तीन चौकियों पर वापस कब्जा कर लिया गया है। अमीरी ने बताया कि इस अभियान के दौरान कम से कम दस सुरक्षा बलों को वहां से सुरक्षित निकाला गया है। अमीरी ने बताया कि इस युद्ध में अफगान सेना की 209 शाहीन कार्प और इस जगह पर अधिक सेना को तैनात किया गया है। बाघलान जिले को पुल-ए-खुमरी शहर से जोड़ दिया गया है। पूरे अफगानिस्तान में अफगानी सेना और तालिबान के बीच जबरदस्त लड़ाई चल रही है।

इस बीच छह मई को बर्लिन में अमेरिका, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, इटली, नाटो, नार्वे आदि देशों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। उन्होंने अफगानिस्तान में जारी हिंसा के लिए प्रमुख रूप से तालिबान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के अफगानिस्तान से अपनी सेना हटाने के एलान के बाद तालिबान का खतरा बढ़ गया है। अमेरिका ने तालिबान को नागरिकों, स्कूलों, अस्पतालों, विश्वविद्यालयों, मस्जिदों और नागरिक स्थानों पर हमले बंद करने को कहा है।

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