राफेल ने तोड़ा साउंड बैरियर तो फ्रांस की राजधानी पेरिस में मच गया हड़कंप, फ्रेंच ओपन का खेल तक रुक गया

फ्रांस की राजधानी बुधवार को एक शक्तिशाली आवाज से दहल गई। धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज पूरे शहर में सुनी गई। फिलहाल पुलिस ने इस रहस्‍यमय आवाज से पर्दा उठा दिया है और लोगों से इमरजेंसी कॉल नहीं करने की अपील की है...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 04:10 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 01:27 AM (IST)
राफेल ने तोड़ा साउंड बैरियर तो फ्रांस की राजधानी पेरिस में मच गया हड़कंप, फ्रेंच ओपन का खेल तक रुक गया
पेरिस में बुधवार को एक राफेल लड़ाकू विमान के साउंड बैरियर तोड़ने से हड़कंप मच गया।

पेरिस, रायटर। फ्रांस की राजधानी पेरिस में बुधवार को एक राफेल लड़ाकू विमान के साउंड बैरियर तोड़ने (ज्यादा आवाज करने) से हड़कंप मच गया। लोग अपने घरों की बालकनी में निकलकर आसमान की ओर देखने लगे। बीते शुक्रवार को शर्ली आब्दो पत्रिका के पूर्व कार्यालय के नजदीक हुए छुरेबाजी की घटना से तनावग्रस्त लोगों को फिर किसी हादसे का अंदेशा सताने लगा।

विमान के इस तरह से तेज आवाज निकालते हुए उड़ते देख फ्रेंच ओपन का टेनिस मैच रुक गया, चिडि़यां घबराकर उड़ने लगीं और कई घरों की खिड़कियों में लगे शीशे चटक गए। घबराए लोग आपात सेवा को फोन कर तेज आवाज का कारण पूछने लगे और सोशल मीडिया पर आशंकाओं से भरे मैसेज चलने लगे। 

बाद में सेना के प्रवक्ता कर्नल स्टीफन स्पेट ने बताया कि सेंट डिजायर में तैनात राफेल लड़ाकू विमान को दो यात्री विमानों की मदद के लिए भेजा गया था, जो अपना संपर्क खो बैठे थे। इसी के चलते राफेल को साउंड बैरियर तोड़ने की इजाजत दी गई थी। तेज आवाज से यात्री विमान एंबरेयर 145 और फाल्कन 50 के आसपास से बादलों का झुंड हटाने में मदद मिली और कुछ ही मिनट बाद उनका एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क स्थापित हो गया। 

फाल्कन 50 ब्राजील की कंपनी का विमान था, जो फ्रांस के केप वर्ड से ब्रसेल्स जा रहा था जबकि एंबरेयर 145 स्थानीय उड़ान पर था। बता दें‍ कि किसी सुपरसॉनिक फाइटर विमान के सॉनिक बूम की आवाज तब सुनी जाती है जब वह सुनने वाले शख्‍स से 65 से 80 किलोमीटर दूर से गुजरा हो। यह आवाज इतनी तेज होती है कि खिड़कियों के शीशे तक चटख जाते हैं।  

उल्‍लेखनीय है कि जनवरी 2015 में चार्ली हेब्‍दो के ऑफिस पर पहली बार हमला हुआ था। उस हमले में दो हमलावरों समेत 17 लोगों की मौत हुई थी। बताया जाता है कि तब पैगंबर मोहम्‍मद के कार्टून से नाराजगी को लेकर संदिग्‍धों ने हमले को अंजाम दिया था। मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके खिलाफ फ्रांस में सुनवाई हो रही है। इस मामले में शुरू हो रही सुनवाई को देखते हुए पत्रिका ने कार्टून को फिर से छापने का फैसला किया था।  

बीते 25 सितंबर को पेरिस में चर्चित पत्रिका चार्ली हेब्‍दो (Charlie Hebdo) के पुराने ऑफिस के पास चाकू से हमला किया गया था जिसमें चार लोग घायल हुए थे। बार बार हो रहे हमलों के चलते लोगों में एक अनजाना भय होना स्‍वाभाविक है। यही कारण है कि बुधवार को फाइटर जेट के सोनिक बूम के चलते भी लोगों में कौतूहल रहा। हालांकि इस घटना के बाद पुलिस ने बयान जारी करके सारी आशंकाएं दूर की।  

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