इथोपिया में चर्चित गायक की हत्या के बाद भड़की हिंसा में 239 लोगों की मौत
इथोपिया के सबसे बड़े समुदाय ओरमो से ताल्लुक रखने वाले हुंदेस्सा की गत 29 जून को हत्या कर दी गई थी।
अदिस अबाबा, एपी। अफ्रीकी देश इथोपिया में लोकप्रिय गायक हकालू हुंदेस्सा की हत्या के बाद भड़की हिंसा में अब तक 239 लोगों की जान जा चुकी है। इथोपिया के सबसे बड़े समुदाय ओरमो से ताल्लुक रखने वाले हुंदेस्सा की गत 29 जून को हत्या कर दी गई थी। इसके बाद देशभर में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान 3500 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ओरमो बाहुल्य क्षेत्र ओरोमिया के पुलिस आयुक्त मुस्तफा कादिर ने बुधवार को कहा कि अकेले उनके इलाके में 215 लोगों की जान जा चुकी है। हिंसा पर काबू करने के प्रयास में नौ पुलिस अधिकारियों की भी मौत हो गई।
नस्ली हिंसा भड़काने वालों का हाथ होने की आशंका
लगातार तीन वर्षो तक चले आंदोलन के बाद ओरमो नेता अबीय अहमद 2018 में देश के प्रधानमंत्री बने थे। इस आंदोलन के दौरान हुंदेस्सा के ही गीत गाए जाते थे। इससे पहले इथोपिया का सबसे बड़ा समुदाय होने के बावजूद ओरमो नेता सत्ता में आने से वंचित रह जाते थे। हुंदेस्सा की हत्या ने लोगों को फिर सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया। पीएम अहमद ने हुंदेस्सा की हत्या के पीछे नस्ली हिंसा भड़काने वालों का हाथ होने की आशंका व्यक्त की है। अगस्त माह में होने वाले स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को कोरोनो वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया है।
पड़ोसी इरिट्रिया के साथ लंबे समय से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए अबीय ने पिछले साल नोबेल शांति पुरस्कार जीता था। पिछले हफ्ते के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हाई प्रोफाइल विपक्षी राजनीतिज्ञों की गिरफ्तारी की लहर के दौरान अपने पूर्ववर्तियों की रणनीति पर भरोसा करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में ओरोमो लिबरेशन फ्रंट (ओएलएफ) के पांच वरिष्ठ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें ओरोमो फेडरलिस्ट कांग्रेस के जौहर मोहम्मद, बेकल गेरबा और एस्किंदर नेगा शामिल हैं, ये सभी लंबे समय से सरकार के आलोचक थे, जो सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलते हैं, वह ओरोमोस के पक्ष में तर्क देते रहे हैं।