बुर्का न पहनने के चलते तालिबान आतंकियों ने 21 साल की लड़की को गोली मारी
अफगानिस्तान में तालिबान आतंकवादियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। अब खबर है कि तालिबान ने एक 21 साल की लड़की को बुर्का ना पहनने के चलते शूट कर दिया। अफगानिस्तान टाइम्स के मुताबिक नाजनीन नाम की लड़की बल्ख जिला केंद्र की तरफ जा रही थी।
काबुल, एएनआइ। अफगानिस्तान में तालिबान का आतंक बढ़ता जा रहा है। अब खबर है कि तालिबान आतंकवादियों ने एक 21 साल की लड़की को बुर्का ना पहनने के चलते शूट कर दिया। अफगानिस्तान टाइम्स के मुताबिक, नाजनीन नाम की लड़की बल्ख जिला केंद्र की तरफ जा रही थी। उस दौरान तालिबान आंतकियों ने उसे एक कार में खींच लिया। इसके बाद उसे शूट कर दिया। हालांकि, तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने दावों का खंडन किया है।
तालिबान महिलाओं के खिलाफ लागू कर रहा है दमनकारी कानून
बता दें कि तालिबान आतंकियों ने अफगानिस्तान में नए क्षेत्रों पर कब्जा करने के बाद महिलाओं पर दमनकारी कानून को लागू किया है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि इस्लामी शरिया कानून, जिसे वर्ष 1996-2001 में लागू किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान आतंकी महिलाओं को सिर से पैर तक खुद को ढकने के लिए मजबूर कर रहा है और उन्हें घर से बाहर काम करने पर प्रतिबंध लगा रहा है। तालिबान लड़कियों की शिक्षा को भी सीमित कर रहा है। इतना ही नहीं तालिबान की तरफ से कहा जाता है कि महिलाओं को एक पुरुष रिश्तेदार के साथ रहने की जरूरत है। वहां रह रहे लोगों के मुताबिक, तालिबान ने दुकानों पर महिलाओं के साथ सामान बेचने पर भी प्रतिबंध लगाया हुआ। इसके साथ ही नियम तोड़ने वालों को खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाती है।
वहीं अफगानिस्तान में तालिबान हिंसक गतिविधयां शुरू
वहीं अफगानिस्तान से विदेशी सेनाओं की वापसी के साथ ही तालिबान की हिंसक गतिविधियां शुरू हो चुकी है। जिसके चलते यहां से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास जारी है। इस हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भी चिंता जाहिर की है।
उन्होंने लोगों की सुरक्षा को लेकर कहा है कि हिंसा के कारण लोग संकट का सामना करने को मजबूर हैं। बता दें कि तालिबान के जारी हिंसा की चपेट में यहां के हजारों लोग आ सकते हैं। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहयोग मिशन (UNAMA) ने शहरी इलाकों में जारी जंग को तुरंत खत्म करने को भी कहा है।